सुरेंद्र पंवार दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत से कांग्रेस विधायक हैं.इस साल जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉड्रिंग के एक मामले में सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया था. वो इन दिनों अंबाला जेल में बंद हैं.कांग्रेस ने अपने विधायक पर भरोसा जताते हुए पंवार को एक बार फिर सोनीपत से टिकट दिया है.वो जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं. पंवार ने 2019 के विधानसभा चुनाव मनोहर लाल खट्टर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं कविता जैन को हराया था. पंवार 2019 में ही कांग्रेस में शामिल हुए थे.
विधानसभा चुनाव का पर्चा दाखिल करने के लिए पंवार ईडी और पुलिस की निगरानी में आए थे.इस बार बीजेपी ने कविता जैन की जगह निखिल मदान को उम्मीदवार बनाया है. मदान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं.
नामांकन पत्र के साथ जमा कराए गए हलफनामे में सुरेंद्र पंवार ने पांच करोड़ रुपये से अधिक चल संपत्ति का विवरण दिया है. उन्होंने डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति का विवरण दिया है. सुरेंद्र पंवार ने मध्य प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल से 12वीं तक की पढ़ाई की है.