अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा 2024 में पश्चिम बंगाल के आसनसोल से चुनाव लड़ रहे हैं. वह तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. तीन बार के सांसद रह चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने बाबुल सुप्रियो के इस्तीफा देने और तृणमूल में शामिल होने के बाद 2022 के उपचुनाव में तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी.
शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म 9 दिसंबर, 1945 को पटना में हुआ. इनके पिता का नाम भुवनेश्वरी प्रसाद सिन्हा और माता का नाम श्यामा देवी सिन्हा है. शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पढ़ाई पटना साइंस कॉलेज से पूरी की और पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत देव आनंद की फिल्म 'प्रेम पुजारी' (1970) से की. 'मेरे अपने', 'कालीचरण', 'दोस्ताना' और 'काला पत्थर' में बेहतरीन एक्टिंग के कारण शत्रुघ्न सिन्हा को काफी लोकप्रियता मिली. लोग प्यार से उन्हें 'बिहारी बाबू' भी कहते हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने 1980 में भाजपा में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया. शत्रुघ्न सिन्हा ने 1992 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में साथी अभिनेता राजेश खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़कर चुनावी शुरुआत की.
शत्रुघ्न सिन्हा 1996 और 2002 में दो कार्यकाल के लिए राज्यसभा के लिए चुने गए. वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के तहत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री (2002-03) और फिर शिपिंग मंत्री (2003-04) थे.
2009 में उन्होंने चुनावी राजनीति में वापसी की और भाजपा के टिकट पर पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा. उनके विरोधियों में एक अन्य अभिनेता कांग्रेस उम्मीदवार शेखर सुमन शामिल थे, जो तीसरे स्थान पर रहे. 2014 में जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा ने देश में जीत हासिल की, तो शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस उम्मीदवार कुणाल सिंह को 1 लाख से अधिक वोटों से हराकर अपनी सीट बरकरार रखी.
2019 चुनाव से पहले शत्रुघ्न सिन्हा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार और पीएम मोदी की आलोचना के लिए सुर्खियों में थे. 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उनकी जगह तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टिकट दिया. भाजपा द्वारा उन्हें टिकट नहीं देने के फैसले के कारण उन्हें पार्टी से बाहर जाना पड़ा और तीन दशक पुराना रिश्ता खत्म हो गया. शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ा, लेकिन रविशंकर प्रसाद से हार गए. 2022 में वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और 2022 में आसनसोल सीट पर उपचुनाव में जीत के साथ लोकसभा में लौट आए.
शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म 15-Jul-1946 को पटना में हुआ.
शत्रुघ्न सिन्हा के माता-पिता का नाम श्रीमती श्यामा देवी सिन्हा और श्री भुवनेश्वरी प्रसाद सिन्हा है.
बीएससी (पटना साइंस कॉलेज)
तृणमूल कांग्रेस
विवाहित
श्रीमती पूनम सिन्हा
2 पुत्र, 1 पुत्री
ए/3/2, वसंत विहार, नई दिल्ली 110057