आज के समय में चाय और कॉफी पीने का एक अलग ही फैशन चला हुआ है. कोई किसी को देखकर, तो कोई अपनी आदत की वजह से इसे पीने को मजबूर हैं. दुनियाभर में ऐसे कई लोग हैं, जिन पर सुबह की शुरुआत से लेकर रात के खत्म होने तक चाय या फिर कॉफी का सुरूर छाया रहता है. ये कहना गलत नहीं होगा कि, चाय या फिर कॉफी के बिना ज्यादातर लोगों की न सुबह होती है और न ही शाम गुजरती है. घर से लेकर दफ्तरों तक चाय के एक के बाद एक प्याले की चुस्की का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं लेता. कई लोग स्ट्रेस लेवल कम करने के लिए, तो कई दफ्तर में नींद उड़ाने के लिए स्ट्रॉन्ग कॉफी का स्वाद चखना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, दुनिया की एक सबसे स्ट्रॉन्ग कॉफी ऐसे भी है, जो बेहद खतरनाक है. इस कॉफी के स्वाद पर नहीं, बल्कि असर पर जाइए, क्योंकि इसका जरूरत ज्यादा सेवन पेट में जहर बना सकता है.
कहते हैं कि, स्ट्रॉन्ग कॉफी पीने से इंसान के अंदर ऊर्जा आ जाती है. यही नहीं इसकी चुस्की से सुस्ती, नींद और थकान पल भर में गायब हो जाती है. ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि कॉफी में कैफीन पाया जाता है. हाल ही में एक ऐसी ही कॉफी इन दिनों चर्चा में है, जिसे दुनिया की सबसे स्ट्रॉन्ग और खतरनाक कॉफी माना जाता रहा है. ऑडिटी सेंट्रल न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बायोहजार्ड कॉफी (Biohazard coffee) है, जिसे दुनिया की सबसे स्ट्रॉन्ग कॉफी का दर्जा मिला है.
जानिए क्यों खतरनाक है ये कॉफी (strongest coffee in the world)
आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन इस कॉफी में कैफीन की मात्रा इतनी ज्यादा पाई जाती है कि, इसे कमजोर दिल वालों के अलावा आम लोगों के लिए भी बेहद खतरनाक और जानलेवा माना जाता है. इसका रोजाना सेवन बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन की मानें तो एक वयस्क इंसान रोजाना 400 मिलीग्राम तक कैफीन का सेवन कर सकता है. कहते हैं इससे हृदय रोग का खतरा कम होता है, लेकिन अगर 400 मिलीग्राम से ज्यादा यानि की लगभग 1200 मिलीग्राम कैफीन का लगातार सेवन किया जाए, तो ये विषाक्तता जैसे लक्षण पैदा कर सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन बायोहजार्ड कॉफी में प्रति 12-औंस (एक छोटे कागज वाले कप के बराबर) कप में 928 मिलीग्राम कैफीन होता है. ऐसे में ये एक जोखिम भरा पेय साबित हो रहा है.
ये खतरनाक कॉफी कौन पी सकता है (coffee contain 928 ml caffeine)
साल 2016 में इस कॉफी को लॉन्च किया गया था. इस स्ट्रॉन्ग कॉफी को बनाने वाले योनातन पिनहासोव का कहना है कि, उन्होंने ये कॉफी उन पैरेंट्स और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को ध्यान में रखकर बनाई है, जो कि 18-18 घंटे जागना चाहते हैं या जागते हैं. उनका कहना है कि, उन्होंने किसी को भी धोखे में नहीं रखा है. मार्केट में बेची जा रही इस कॉफी के पैकेट्स पर साफ-साफ लिखा है कि, 928 मिलीग्राम प्रति 12 औंस पर इस कॉफी में आमतौर पर परोसी जाने वाली कॉफी की तुलना में 4 गुना अधिक कैफीन होता है. यही नहीं इसके साथ ही कॉफी मेकर्स ने सलाह भी दी है कि, यह कॉफी कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है.