रचिन रविन्द्र ने वनडे वर्ल्ड कप के पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाया. रविंद्र भारतीय मूल के हैं उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति बंगलौर में इंजीनियर थे. कृष्णमूर्ति बंगलौर में क्लब क्रिकेट भी खेलते थे. फिर उन्होंने न्यूज़ीलैंड जाने का फैसला किया और वहीं जा कर बस गए. रचिन रविंद्र का जन्म विलिंगटन में हुआ और उन्होंने वहीं क्रिकेट खेलना शुरू किया. सबसे पहले न्यूज़ीलैंड के अंडर 19 की टीम में जगह बनाई और सफलता की सीढ़ी चढ़ते हुए टेस्ट टीम में आए और भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला. रचिन सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं. वैसे रचिन के नाम के पीछे बहुत ही बेहतरीन कहानी है. रचिन के पिता सचिन तेंदुल्कर और राहुल द्रविड़ को बहुत ही ज़्यादा पसंद करते थे. ऐसे में उन्होंने अपने बेटे का नाम रचिन रखा. इसमें राहुल द्रविड़ का र और सचिन का चिन शब्द को जोड़कर नाम दिया.
हर्ष भोगले ने कहा- बेहद शानदार
एक अन्य यूज़र ने भी रचिन को शुभकामनाएं दी
विश्व कप के पहले मैच में रचिन का शतक
15 मिनट में रिकॉर्ड टूट गया
वैसे देखा जाए तो रचिन बहुत ही शानदार खिलाड़ी हैं. भारत के खिलाफ रचिन रविंद्र ने कमाल की पारी खेली थी. कानपुर में कुछ साल पहले हुए टेस्ट मैच के बाद चर्चा में आए थे. उस मैच में उन्होंने पिच पर टिके रहते हुए अपनी बल्लेबाजी से न्यूजीलैंड को हारे हुए मैच में बचा लिया था और उस मैच को ड्रॉ करवा दिया था. अब रचिन ने शतक बनाकर एक बेहतरीन रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. न्यूज़ीलैंड के अलावा भारत में भी रचिन को काफी पसंद किया जा रहा है.