जब कोई बहुत अधिक खुश नजर आता है, तो लोग उससे यही पूछते हैं, कि क्या कोई लॉटरी लग गई? लॉटरी यानी एक बड़ी रकम, जिससे जीतने का सपना शायद हर शख्स देखता है, ऐसे में जब लॉटरी सच में लग जाए तो इंसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहता. लेकिन अमेरिका की एक महिला के लिए लॉटरी एक बुरा सपना बन गई. टोंडा डिकर्सन नाम की इस महिला को लगा था कि लॉटरी लगते ही उसकी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन उसके संग जो हुआ वह किसी नाइटमेयर से कम नहीं है.
6 मार्च, 1999 को ग्रैंड बे, अलबामा, वफ़ल हाउस के नियमित ग्राहक एडवर्ड सीवार्ड ने वेट्रेस टोंडा डिकर्सन को फ्लोरिडा में खरीदे गए लॉटरी टिकट के बारे में जानकारी दी. अगले दिन, विजेता लॉटरी नंबर की घोषणा की गई और वेट्रेस डिकर्सन ने 10 मिलियन डॉलर से अधिक जीते. टोंडा ने $4 मिलियन के एकमुश्त भुगतान के बजाय $375K के 30 वार्षिक भुगतान लेने का विकल्प चुना. वफ़ल हाउस की कर्मचारी डिकर्सन की इस जीत से खुश थे, क्योंकि उनके बीच ये डील हुई थी कि अगर जैकपॉट मिलता है तो वे राशि को विभाजित कर देंगे. हालाँकि डिकर्सन ने अपनी पुरस्कार राशि को न बांटने का फैसला लिया.
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, उनके सहकर्मी गुस्से में थे और उन्होंने यह आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया कि किसी भी जीत को उनके बीच बांटने का हमेशा एक समझौता रहा है, यह एक ओरल एग्रीमेंट था. हालांकि अदालत ने पाया कि कोई आधिकारिक अनुबंध नहीं था और अलबामा कानून कहता है कि जुए से संबंधित अनुबंध, जो कि अवैध है, लागू करने योग्य नहीं है, लिहाजा डोंटा पूरी राशि रख सकती हैं.
डिकर्सन की कानूनी परेशानियां यहीं खत्म नहीं हुईं, उन्होंने आयकर का भुगतान करने से बचने के लिए अपने प्रियजन के साथ एक ‘एस कॉर्पोरेशन' शुरू किया. आख़िरकार उस पर आईआरएस के एक वकील की नज़र पड़ी जिसने संघीय कर का भुगतान न करने के लिए $771,570 का बिल ठोक दिया.
टोए सू ने आरोप लगाया कि टोंडा लिन ने 9 मिल के शेयर अपने परिवार को हस्तांतरित करते समय $2,412,388 की राशि का उपहार दिया. फोर्ब्स ने बताया कि यह राशि लॉटरी जीत के वर्तमान मूल्य का 51% है. फिर उसने आईआरएस को चुनौती दी और दावा किया कि ये ट्रांसफर कोई उपहार नहीं था, क्योंकि उसका अपने परिवार के साथ एक समझौता था कि अगर वह लॉटरी जीतती है, तो वह इसे उनके साथ शेयर करेंगी. उन्होंने कहा कि यह कोई गिफ्ट नहीं बल्कि परिवार के सदस्यों के बीच एक अनुबंध था.
अपनी गवाही में उसने कहा, हमारा परिवार हमेशा इस बारे में बात करता था कि अगर किसी ने लॉटरी में कोई बड़ी रकम जीती है, तो हम एक-दूसरे का ख्याल रखेंगे या परिवार में हिस्सा लेंगे.
12 सालों तक, आईआरएस गिफ्ट टैक्स में $1 मिलियन का भुगतान करने के लिए उसका पीछा करता रहा. 2012 में, एक अदालत ने कहा कि उसे अपने जैकपॉट पर कर का भुगतान करना होगा. फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, उनसे उपहार के हिस्से का एक प्रतिशत 1,119,347.90 डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा गया.