अंतरिक्ष एक रहस्य है. हम धरतीवासियों को अभी भी अंतरीक्ष के बारे में बहुत ही कम जानकारी है. रोज़ अंतरीक्ष में कई ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं, जिनके बारे में हमें बिल्कुल जानकारी नहीं रहती हैं. हालांकि, वैज्ञानिकों ने कई रहस्यों पर प्रकाश भी डाला है. नासा की एक रिपोर्ट के अनुसार, धरती पर अब से कुछ ही घंटों के भीतर हरे रंग का धूमकेतू गुजरेगा. ये धूमकेतु 50,000 साल पहले यानी हिमयुग में दिखाई दिया था. उस समय आदिमानव इस रहस्य को समझ नहीं पाए थे और पूरी तरह से चौंक गए थे. एक जानकार ने इस कॉमेट के बारे में सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर जानकारी दी है.
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यह नया धूमकेतू कुछ दिन पहले ही खोजा गया था. इस नए कॉमेट का नाम C/2022 E3 (ZTF) है. इसे ही ‘हरा धूमकेतु' कहा जा रहा है. नासा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर धूमकेतु पीली, सफेद या नीली रोशनी बिखरते हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि ये हरे रंग का ही क्यों धूमकेतु होता है? इस पर वैज्ञानिक जवाब देते हैं हरे रंग के धूमकेतु में डाई एटॉमिक कार्बन और साइनोजेन मॉलीक्यूल होते हैं. जैसे ही ये दोनों अणु सूर्य की पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आते हैं तो चार्ज होकर हरे रंग की रोशनी का उत्सर्जन करते हैं. जानकार बताते हैं कि इसकी रौशनी को नंगी आखों से भी देखा जा सकता है.