अगर किसी का सिर काट दिया जाए तो क्या वो ज़िंदा रहेगा? आपका जवाब होगा, बिल्कुल नहीं. सिर कटने के बाद कोई कैसे ज़िंदा रह सकता है? मगर 78 साल पहले एक वाकया ने सबको हैरान कर दिया था. यह कहानी काफी ( How Mike the Chicken Survived Without a Head) दिलचस्प है. ये कहानी अमेरिका की है. एक किसान मुर्गी पालन करता था. एक दिन किसान ने 40-45 मुर्गे-मुर्गियों को काट दिया. जब साफ-सफाई करने के बाच कटे हुए मुर्गे-मुर्गियों को उठाने लगा तो देखा कि एक सिरकटा मुर्गा दौड़ रहा है. पहले तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ, बाद में उसने उस मुर्गे को एक टोकरी में रख दिया. जब दूसरे दिन देखा तो मुर्गा ज़िंदा निकला. वो पहले की ही तरह दौड़ रहा था. इस घटना से आस-पास के इलाके में हलचल मच गई. ऐसे में सवाल उठता है कि ये मुर्गा आखिर सिर कटने के बाद ज़िंदा कैसे रहा?
BBC Hindi की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1945 को कोलाराडो में फ़्रूटा के अपने फ़ार्म पर लॉयल ओल्सेन और उनकी पत्नी क्लारा मुर्गे-मुर्गियों को काट रहे थे. करीब 40-45 मुर्गे-मुर्गियों को काटने के बाद 1 को छोड़कर बाकी सब सब मर गए. अमरीका के फ्रूटा में आज भी हर साल 'हेडलेस चिकन' महोत्सव मनाया जाता है.
वह पहले साल्ट लेक सिटी गए और फिर यूटा विश्वविद्यालय पहुंचे जहां 'माइक' की जांच की गई. अफ़वाह उड़ी कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने कई मुर्गों के सिर काटे ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे सिर के बिना ज़िंदा रहते हैं या नहीं. हालांकि यह कभी स्पष्ट नहीं हो पाया.
कैसे भोजन करता था यह मुर्गा
जानकार बताते हैं कि बिना सिर वाले मुर्गे को ड्रॉप से भोजन दिया जाता था. उसकी सांस नली को हमेशा साफ किया जाता था ताकि उसका दम ना घुटे. हालांकि 1947 में मुर्गे की मौत हो गई थी. ये सवाल आज भी लोगों के जेहन में है कि आखिर सिर कटने के बाद ये मुर्गा इतने दिनों तक ज़िंदा कैसे रहा?