वर्तमान में देखा जाए तो जमाना पूरी तरह से डिजिटल हो चुका है. अगर हाथ में मोबाइल ना हो तो लगता है कि ज़िंदगी पूरी तरह से अधूरी है. सोशल मीडिया के बिना हम तो अब कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. स्मार्ट रहने के लिए स्मार्टफोन ज़रूरी है. दुनिया का लगभग हर देश इंटरनेट का प्रयोग करता है. दिन-प्रतिदिन इंटरनेट यूज़र्स की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इन सबके बावजूद दुनिया में एक ऐसा शहर है, जहां आप इंटरनेट, टीवी, मोबाइल फोन और रिमोट से चलने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं सकते हैं. इस शहर में यह पूरी तरह से बैन है. आगे की ख़बर पढ़ने से पहले आपको बता दूं कि ये शहर ना तो नॉर्थ कोरिया में है और ना ही चीन में. ये शहर अमेरिका में स्थित है.
The New York Times में छपी एक ख़बर के मुताबिक, ये शहर अमेरिका में पड़ता है. इस शहर का नाम है ग्रीन बैंक सिटी. इस शहर में करीब 150 से ज़्यादा लोग रहते हैं. अगर आप इंटरनेट या वाई फाई का इस्तेमाल करते पाए गए तो आपको जेल भी हो सकती है.
आखिर आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर इस शहर में इंटरनेट और फोन चलाना क्यों बैन है. तो इसका बहुत बड़ा कारण है. दरअसल, इस शहर में दुनिया का सबसे बड़ा स्टीयरेबल रेडियो टेलिस्कोप मौजूद है. इसे ग्रीन बैंक टेलिस्कोप के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर में अमेरिका की रिसर्च सेंटर है. इस टेलिस्कोप की मदद से वैज्ञानिक अंतरीक्ष की जानकारी प्राप्त करते हैं. साथ ही साथ पृथ्वी से सिग्नल भी भेजते हैं, ताकि अंतरीक्ष से कोई जानकारी मिल सके. वहीं इस टेलीस्कोप की इतनी क्षमता है कि 13 अरब प्रकाशवर्ष दूर की आवाज को भी कैच कर लेती है.
इंटरनेट और मोबाइल सिग्नल के कारण रिसर्च में गड़बड़ी आ सकती है. इस कारण यहां इंटरनेट, टीवी, वायरलेस कनेक्शन पूरे तरह से बैन है. ये टेलिस्कोप एक फुटबॉल ग्राउंड जितना बड़ा है. द न्यू यॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, यहां की ज़िंदगी बहुत ही साधारण है. यहां के लोगों को पूरी दुनिया में क्या चल रहा है उसकी कोई जानकारी ही नहीं रहती है.
इंटरनेट नहीं होने के कारण यहां के लोग कई चीज़ों से अनजान हैं. मॉर्डन एज में बच्चों को रील्स के बारे में, सोशल मीडिया के बारे में बहुत ही कम जानकारी है. इंटरनेट के नाम पर यहां ब्रॉडबैंड कनेक्शन है, जो बहुत ही ज्यादा समय लेता है.
अमेरिकी सरकार ने 1958 में Green Bank Observatory.की स्थापना की थी. तब से लेकर आज तक यहां शोध के कार्य होते हैं. शोध में कोई बाधा ना हो, इसके लिए सरकार ने पूरे क्षेत्र को रेडियो तरंगों से मुक्त कर दिया है.