भारतीय वन सेवा के अधिकारी हिमांशु त्यागी (Indian Forest Service officer Himanshu Tyagi) ने आईआईटी-दिल्ली (IIT-Delhi) के दो बैचमेट की कहानी साझा करके सोशल मीडिया पर एक प्रेरित करने वाला किस्सा बताया है. त्यागी के अनुसार, दोनों आईआईटीयन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC civil services examination) की तैयारी एक साथ की थी. एक सफल हुआ और भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हो गया, जबकि दूसरा असफल रहा और उसने अपनी कोचिंग शुरू कर दी. रिटायर होकर आईपीएस अधिकारी अब पेंशन पर जी रहे हैं. इस बीच, उनके बैचमेट की आज 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसका श्रेय उनके कोचिंग बिजनेस को जाता है.
पोस्ट में सुनाई कहानी
आईएफएस हिमांशु त्यागी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "वे दोनों आईआईटी दिल्ली में बैचमेट थे. दोनों ने एक साथ सिविल सेवा की तैयारी की. एक दोस्त ने वन सेवा में सफलता प्राप्त की और जॉइन कर लिया. कुछ वर्षों के बाद, उसने फिर से परीक्षा देकर आईपीएस जॉइन कर लिया. एक और दोस्त CSE और फ़ॉरेस्ट दोनों परीक्षाओं में फेल हो गया. इसलिए, उसने IITJEE के लिए कोचिंग शुरू कर दी.”
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, ‘आज, IPS दोस्त रिटायर हो चुका है और पेंशन पर जी रहा है. IITJEE-दोस्त की नेटवर्थ आज कम से कम 2000 करोड़ रुपये है. उनकी कोचिंग भारत के टॉप इंस्टीट्यूट्स में से एक है और इसका विस्तार हो रहा है.' उन्होंने ये कहते हुए निष्कर्ष लिखा कि बताइए “कौन फेल होता है और कौन सफल? केवल समय ही तय करता है.”
नीचे उनकी पोस्ट पर एक नज़र डालें:
दो दिन पहले शेयर किए जाने के बाद से, इस पोस्ट को एक्स पर साढ़े 3 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, साथ ही सैकड़ों लोगों ने इस पर अपनी रिएक्शन दिए हैं. त्यागी ने कहा कि उनकी पोस्ट का उद्देश्य यह सबक देना था कि कैसे परीक्षा में असफल होने वाले लोग भी जीवन में अच्छा कर सकते हैं. त्यागी ने पुष्टि की कि यह कहानी वास्तविक है, हालांकि वे आईआईटीयन की पहचान का खुलासा नहीं करना चाहते.
पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, दोनों ने अपने जीवन में सफलता प्राप्त की है. पैसा मुख्य विषय नहीं है. जीवन में सफल होने की इच्छा महत्वपूर्ण है.
16 जून को है परीक्षा
सफलता और असफलता पर यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब लाखों छात्र 16 जून को यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होंगे. इनमें से केवल कुछ हज़ार ही मेन्स के लिए उत्तीर्ण होंगे और मुट्ठी भर ही तीसरे चरण यानी इंटरव्यू से गुज़रेंगे, जिसके बाद उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा सहित प्रतिष्ठित केंद्रीय सेवाओं के लिए चुना जाएगा.
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