साउथ कोरिया के हालात गृहयुद्ध जैसे हो गए हैं. दरअसल, बीती 4 दिसंबर को राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने देश में मार्शल लॉ का ऐलान किया था. मार्शल लॉ की घोषणा होने के बाद से राजधानी सियोल की सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल है और चारों ओर सशस्त्र बल को तैनात किया गया है. साउथ कोरिया के इन हालातों पर इस वक्त पूरी दुनिया की नजर है. वहीं, मार्शल लॉ लागू होने के बाद विपक्षी दल के नेता ली जे-म्युंग ने राष्ट्रपति के इस फैसले का विरोध किया और इसे देश के खिलाफ बताया. वहीं, उन्होंने नेशनल असेंबली जाने के लिए संसद की दीवार से भी छलांग लगा दी. अब विपक्षी नेता की छलांग का वीडियो दुनियाभर में वायरल हो रहा है.
नेता ने लगी दीवार से छलांग
बता दें, विपक्षी नेता जे-म्युंग ने इस पूरी घटना को अपने कैमरे में कैद कर यूट्यूब पर इसका लाइव टेलीकास्ट किया था. विपक्षी नेता जे-म्युंग ने राष्ट्रपति के मार्शल लॉ के इस फैसले के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और उनका मानना है कि साउथ कोरिया के लिए राष्ट्रपति वैध शासक नहीं रहा है. जे-म्युंग अपने वीडियो में लोगों से संसद में जुटने के लिए भी अपील करते दिख रहे हैं. वीडियो में वह बोल रहे हैं कि कोरिया गणराज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी, मेरे देश के साथी नागरिकों, प्लीज संसद में पहुंचे'. अब देश और दुनिया में यह वीडियो तेजी से फैल रहा है.
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मार्शल लॉ के विरोध में उतरे सांसद
वहीं, मार्शल लॉ अपने लागू होने के बाद से असेंबली में भारी विरोध झेल रहा है. इसके लागू होने के कुछ ही घंटों के बाद 190 सांसदों ने संसद में दस्तक दी और इसके खिलाफ पुरजोर बगावत छेड़ दी. इन सांसदों ने मार्शल लॉ को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया, जिससे देश के हालत में कुछ राहत देखने को मिली है. वहीं, राष्ट्रपति यू सुक यओल ने मार्शल लॉ को देश के लिए जरूरी बताया. राष्ट्रपति के मुताबिक, 'मार्शल लॉ उत्तर कोरिया की कम्युनिस्ट ताकतों से रक्षा करने के लिए लागू किया गया था, लेकिन विपक्ष देश को पंगू बनाने का प्रयास कर रहा है'.
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