मौत भी नहीं कर पाई अलग, चीन में जमीन के नीचे से मिला मां और बेटे का कंकाल, देख दहल जाता है कलेजा

माना जा रहा है कि मां एक शक्तिशाली भूकंप और बाढ़ के दौरान अपने बच्चे की रक्षा करने की कोशिश कर रही थी, जिसने लगभग 2,000 ईसा पूर्व मध्य चीन के किंघई प्रांत में शहर को तबाह कर दिया था.

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मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे मजबूत और खास माना जाता है. शायद इसी लिए समय और मौत भी उन्हें अलग नहीं कर पाई. मध्य चीन में पीली नदी के किनारे स्थित लाजियाज़ेन में पुरातत्वविदों को दो एक साथ जुड़े कंकाल मिले, जो एक मां और उसके बच्चे के बताए जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि मां एक शक्तिशाली भूकंप और बाढ़ के दौरान अपने बच्चे की रक्षा करने की कोशिश कर रही थी, जिसने लगभग 2,000 ईसा पूर्व मध्य चीन के किंघई प्रांत में शहर को तबाह कर दिया था.

कंकाल के अवशेषों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसे देख किसी का भी कलेजा दहल जाए. मां फर्श पर घुटनों के बल ऊपर की ओर देख रही है, उसकी बाहें अपने छोटे बच्चे के चारों ओर हैं. कंकाल को देख भूकंप और बाढ़ के वक्त उस मां की भावनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है, जो किसी भी तरह बच्चे को बचाना चाहती थी. पुरातत्वविदों का मानना है कि ये बच्चा, एक लड़का था.

नदी की बाढ़ में नष्ट हो गई पूरी बस्ती

विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थान भूकंप और पीली नदी की बाढ़ से प्रभावित हुआ था, लेकिन अभी तक आपदा के सटीक पैमाने को नहीं समझा जा सका है. हालांकि माना जाता है कि इस विपत्ति ने पूरी बस्ती को नष्ट कर दिया, जिससे इसकी तुलना पोम्पेई से की जाने लगी. हालांकि लाजिया नाम से मशहूर यह जगह प्राचीन रोमन शहर से भी 2,000 साल पुरानी है.

संग्रहालय में रखे गए कंकाल

लाजिया साइट लगभग 40,000 वर्ग फुट में चीन में सबसे बड़ा आपदा उत्खनन स्थल है और इसे पहली बार 2000 के दशक की शुरुआत में खोजा गया था. कंकाल अब लाजिया रुइन्स संग्रहालय में रखा गया है.

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