Ratan Tata Demise : रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे हैं. रतन टाटा ने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली और अपने चाहने वालों की आंख में आंसू छोड़ गए. पूरा देश उनके जाने से सदमे में हैं. रतन टाटा एक उद्योगपति से ज्यादा मानवता की महान मिसाल देने वाले इंसान थे. वह सफलता के सातवें आसमान पर थे, लेकिन उनका रिश्ता जमीन पर रहने वाले अमीर-गरीब सबसे एक जैसा था. वहीं, रतन टाटा के निधन पर उनके मुंबईकर्स पड़ोसी बैक-टू बैक उन यादों को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, जो उन्होंने कभी रतन टाटा के साथ कलेक्ट की थीं.
गम में डूबे रतन टाटा के पड़ोसी ( Ratan Tata Demise)
इसमें रतन टाटा के एक पड़ोसी ने लिखा है, 'वो जमीन से जुड़े इंसान थे, वो अपने पड़ोस के बच्चों से बात करने के लिए रुकते थे'. वहीं, रतन टाटा के कोलाबा की एक पड़ोसन ने लिखा है, 'जब मैं कोलाबा में रहती थी, तो वह अपने 2 डॉग्स के साथ इवनिंग में हमेशा वॉक पर जाते थे, कोलाबा में रतन टाटा के घर का नाम भक्तवार था, वह जब भी देखते मुझे रोककर बात करते थे'. रतन टाटा के एक और पड़ोसी अभिषेक देशपांडे ने उनके साथ बिताए पलों को याद कर लिखा है, यह 20 साल पुरानी बात है, जब मॉर्निंग वॉक के दौरान उन्होंने मुझे देखा और मुझसे बात की, यह मेरे लिए बहुत सुखद पल है, वह रोजाना कोलाबा में यूनाइटेड सर्विस क्लब में अपने डॉग्स के साथ वॉक पर जाया करते थे.
रतन टाटा संग बिताए पलों को किया याद (Ratan Tata Colaba neighbours)
रतन टाटा के एक और पड़ोसी देभर्गा अंबूले ने रतन टाटा संग अपनी मुलाकात को याद करते हुए लिखा है, 'क्या शख्सियत से थे वो, मैंने उन्हें पहली बार कोलाबा में देखा था, वह मर्सिडीज से उतरे और बिल्डिंग की ओर देख रहे थे, कोई अस्टिटेंट नहीं कोई सिक्योरिटी नहीं, और लोग उन्हें देख अचंभित हो रहे थे, आपकी आत्मा को शांति मिले.