जेल में सजा काट रहे कैदियों के जीवनस्तर को सुधारने के लिए हमेशा से ही कई प्रकार की पहल की जाती रही है. ऐसे में राजस्थान (Rajasthan) की जेलों में बंद कैदियों (prisoners) को भी नके जीवनस्तर को सुधारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए जेल परिसर में बने पेट्रोल पंप पर काम का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस बात की जानकारी राजस्थान के जेल महानिदेशक राजीव दासोत ने दी है.
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में जेल परिसर में बने कुल छह पेट्रोल पंपों पर 100 से ज्यादा कैदी काम कर रहे हैं. जहां पर कैदी ही पेट्रोल पंप का पूरी तरह से संचालन कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से सैलरी भी दी जा रही है. जेल महानिदेशक राजीव दासोत (Rajeev Dasot) का कहना है, कि इस पहल से जेल में सजा काट रहे कैदियों को आत्मनिर्भर भी बनने में मदद मिलेगी, जिससे सजा खत्म होने के बाद उन्हें काम मिलने में आसानी होगी.
राजीव दासोत के मुताबिक, वो अगले चरण में राज्य में 12 जगहों पर पेट्रोल पंप खोलने की तैयारी कर रहे हैं. यहां काम करने वाले कैदियों को प्रशिक्षित किया जाता है और उन्हें 249 रुपये/दिन का वेतन मिलता है जो उनके बैंक खातों में ट्रांसफर हो जाता है. राजीव दासोत ने बताया, कि जयपुर पेट्रोल पंप पर पिछले महीने 1 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई है, अब इसका लक्ष्य 3 करोड़ रुपये प्रति माह रखा गया है.