उत्तर प्रदेश के बहराइच की आरती की खुशी इन दिनों देखते ही बनती है. 18 साल की आरती बहराइच के एक गांव में ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट पालती हैं. उनके चेहरे पर खिली मुस्कान का राज है लंदन में मिला महिला सशक्तिकरण अवॉर्ड. इसके बाद आरती को बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) में किंग चार्ल्स तृतीय (King Charles III) से मुलाकात का भी मौका मिला. इस फंक्शन में आरती को Amal Clooney वूमेन एंपावरमेंट अवॉर्ड (Womens Empowerment Award) से नवाजा गया है, जो दुनिया की एक जानी मानी ह्यूमन राइट्स बैरिस्टर (human rights barrister) रही हैं. दुनिया भर की चुनिंदा सशक्त महिलाओं को दिया जाने वाला ये अवॉर्ड, प्रिंस ट्रस्ट अवॉर्ड (Prince Trust Awards) सेरेमनी में दिया जाता है, जिसके बाद राजा से मुलाकात का भी दस्तूर है.
प्रेरणा बनी आरती (Baharaich Pink Rikshaw Driver Arti Honored)
सरकार से मिले पिंक ई रिक्शा के तहत ऑटो चलाकर आरती कई यंग लड़कियों के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं, जो खुद सशक्त हैं साथ ही महिलाओं को सेफ ट्रांसपोर्ट भी मुहैया करवाती हैं. इस बारे में आरती का कहना है कि, उन्हें खुशी मिलती है जब वो लड़कियों के लिए एक इंस्पिरेशन के तौर पर उदाहरण बनती हैं. आरती का कहना है कि, अपने पैरों पर खड़े होने के बाद वो न सिर्फ अपनी जरूरतें पूरी कर पाती हैं, बल्कि अपनी 5 साल की बच्ची के भी अरमान पूरे करने में सक्षम हैं. आरती ने ये भी बताया कि, किंग चार्ल्स तृतीय से मिलना उनके लिए एक अमेजिंग एक्सपीरियंस था. किंग ने उन्हें नमस्ते भी कहा.
ये अवॉर्ड किंग चार्ल्स ने ही शुरू किए हैं. ये उस वक्त शुरू किए गए जब किंग चार्ल्स प्रिंस ऑफ वेल्स थे. उनके राजा बनते ही इसके नाम में राजा जुड़ गया. प्रिंस ट्रस्ट वूमेन एंपावरमेंट अवॉर्ड दुनियाभर में ऐसी महिलाओं को चुनती है, जो सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई हैं. इस साल इस अवॉर्ड के लिए आरती को चुना गया है, जो ऐसा काम कर रही हैं, जो भारत में पुरुषों के हिस्से का काम माना जाता है.
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