डायबिटीज सेंटर, जहां शुगर की जांच होती है और डायबिटीज का इलाज होता है वहां जाने से पहले आपका सामना किसी ऐसी चीज से हो जाए जो आपकी पसंदीदा हो और मीठी हो, तो आप क्या करेंगे. बेंगलुरु (Bengaluru) में शायद कुछ लोग ऐसे हालात का सामना रोज करते हों. वो शुगर की जांच और इलाज के लिए जाते हों लेकिन दवा से पहले मर्ज का सामान मिल जाता है. ओला के सीईओ (CEO of Ola Bhavish Aggarwal) ने ऐसी ही एक इमेज शेयर की है. इस इमेज को देखकर आप भी यही कहेंगे कि दुनिया गोल है और इकोनोमी सर्कल भी गोल है. इस पीक बेंगलुरू मोमेंट पर बेंगलुरू के लोग फिर खूब कमेंट कर रहे हैं.
नीचे डोनट की दुकान ऊपर इलाज का सामान
ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने बेंगलुरू की ये पिक शेयर की है. जिसमें आप देख सकते हैं एक इमारत नजर आ रही है. इस इमारत के सबसे निचले हिस्से में डंकिन डोनट की शॉप है और उसके ठीक ऊपर शुगर फिट का बोर्ड दिख रहा है. जो एक डायबिटीज रिवर्सल सेंटर है. इसका कैप्शन भाविश अग्रवाल ने दिया है कि ये असल सर्कुलर इकॉनमी है. इसके साथ उन्होंने दो इमोजी भी लगाए हैं. जिनमें से एक स्माइल कर रहा है और दूसरा विंक कर रहा है.
एक और पीक बेंगलुरू मोमेंट
भाविश अग्रवाल की इस पोस्ट को देखकर बेंगलोरियन्स ने फिर कमेंट करना शुरू कर दिया है. एक शख्स ने लिखा कि ये पीक बेंगलुरु मोमेंट है. एक यूजर ने लिखा कि सही है शुगर से शुगर फिट तक सब मुमकिन है. एक यूजर ने लिखा कि क्या उसने शुगर फिट का डोमेन नेम खरीदते वक्त ये गौर नहीं किया था. एक यूजर ने लिखा कि बेंगलुरू में कुछ भी संभव है. यही बेंगलुरू की स्पिरिट है.