भारत का शाही तोहफा, घाना के स्पीकर को भेंट में मिला मिनिएचर एलीफेंट अंबावरी

भारत सरकार ने घाना के स्पीकर को एक बेहद खूबसूरत शिल्पकला भेंट की है, जो कि है मिनिएचर एलीफेंट अंबावरी. यह शिल्प भारत की समृद्ध विरासत, शाही परंपरा और उत्कृष्ट कारीगरी का प्रतीक है.

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India Ghana diplomatic gift: भारत और घाना के बीच सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूती देते हुए भारत सरकार ने घाना के स्पीकर को एक बेहद खूबसूरत शिल्पकला भेंट की है. मिनिएचर एलीफेंट अंबावरी...यह शिल्प पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा बनाया गया है और भारत की समृद्ध विरासत, शाही परंपरा और उत्कृष्ट कारीगरी का प्रतीक है.

इस भेंट में दर्शाया गया हाथी अंबावरी, भारतीय शाही समारोहों से प्रेरित है, जहां शासक हाथियों पर सवार होकर सजीव झांकियों में भाग लेते थे. इस कलाकृति में हाथी को सिंथेटिक आइवरी (कृत्रिम दांत) से बनाया गया है, जो प्राकृतिक हाथीदांत का एक नैतिक और टिकाऊ विकल्प है. इसकी सतह को पॉलिश कर अत्यंत आकर्षक रूप दिया गया है.

मिनिएचर अंबावरी के प्रत्येक हिस्से को बहुत ही बारीकी और नफासत से तराशा गया है. फूलों की नक्काशी से लेकर हाथी के पीठ पर सजे भव्य छत्र तक. हर विवरण भारतीय कारीगरों की कलात्मकता को बखूबी दर्शाता है. इसे एक सुरक्षात्मक डिस्प्ले बॉक्स में प्रस्तुत किया गया है, जो इसे न सिर्फ सजावटी रूप से उपयोगी बनाता है, बल्कि एक यादगार उपहार के रूप में भी बेहद खास बना देता है.

इस तोहफे के माध्यम से भारत ने अपनी सदियों पुरानी सांस्कृतिक विरासत, रॉयल परंपरा और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त हस्तशिल्प कला का सम्मानजनक प्रदर्शन किया है. यह उपहार केवल एक सजावटी वस्तु नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, शिल्प और इतिहास का प्रतीक है.

इस तरह के उपहार न केवल देशों के बीच मित्रता को मजबूत करते हैं, बल्कि भारतीय शिल्पकला को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का भी कार्य करते हैं. यह मिनिएचर एलीफेंट अंबावरी घाना के लोगों को भारतीय परंपरा की झलक देगा और दो देशों के सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सशक्त बनाएगा.

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