Harihar Fort overcrowded as trekkers flood vertical steps: हाल ही में भारत के कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर अचानक जबरदस्त भीड़ बढ़ती देखी गई. चाहे वो उत्तर भारत के मशहूर हिल स्टेशन मसूरी और लैंसडाउन हों या फिर महाराष्ट्र का Harihar Fort, हर जगह हालात चिंताजनक हो गए हैं. खास तौर पर हरिहर किला, जो अपने खतरनाक ट्रेकिंग रूट के लिए जाना जाता है, अब एक संभावित हादसे का केंद्र बनता जा रहा है.
वीकेंड बना वॉर्निंग (Harihar Fort crowd video)
एक वायरल वीडियो (जिसे X यूज़र Woke Eminent ने शेयर किया है) में दिखाया गया है कि कैसे सैकड़ों ट्रैकर्स पतली, खड़ी चट्टानी सीढ़ियों पर एक-दूसरे से चिपके हुए चढ़ रहे हैं. यह सीढ़ियां लगभग 60 से 70 डिग्री के ढलान पर हैं और करीब 200 फीट ऊंची हैं. वीडियो में कुछ पर्यटक इतने खतरनाक तरीके से किनारों पर बैठे हैं कि ज़रा सी चूक से उनकी जान जा सकती है.
यहां देखें वीडियो
हरिहर किले पर ट्रैकर्स की भीड़ देख कांपे लोग (Maharashtra trek danger)
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, एक और बड़ा हादसा होने का इंतजार? Harihar Fort पर वीकेंड भीड़ मौत का जाल है. अगर तुरंत रोका या नियंत्रित नहीं किया गया तो एक हल्की सी भगदड़ या किसी का संतुलन बिगड़ना सैकड़ों को मौत के मुंह में ले जा सकता है. वीडियो को अब तक 8 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और हजारों यूज़र्स ने इस पर चिंता जताई है. एक यूज़र ने सवाल उठाया कि जब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट नासिक इसे नियंत्रित करता है और शुल्क भी लेता है, तो 300 विजिटर्स प्रति दिन की सीमा का पालन क्यों नहीं हुआ? एक अन्य यूज़र ने लिखा, ज्यादातर बेरोज़गार युवाओं को भी कहीं तो घूमने की जरूरत होती है, लेकिन इसकी कीमत अगर जान बन जाए तो दुखद है.
हादसे की आशंका (Harihar Fort viral video)
कई यूज़र्स ने इस पर भी जोर दिया कि हर सुंदर जगह को सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करना चाहिए. हर हिडन जेम को वायरल करने की जरूरत नहीं है, वरना यही होता है. भविष्य में यहां जाने वाले लोग लोकेशन शेयर न करें. कुछ लोगों ने इसे इंडोनेशिया के Kelingking Beach से भी जोड़ा, जहां पर्यटकों की भीड़ के कारण ऐसे ही हालात बन चुके हैं. उन्होंने कहा, हर जगह सरकार का दखल जरूरी नहीं, थोड़ी सी कॉमन सेंस भी काफी होती है. यह बहस ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में IPL 2025 के दौरान बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी. यह हादसा एक चेतावनी है कि पर्यटन और भीड़ प्रबंधन को लेकर भारत में अब ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
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