बेंगलुरु में एक फ्लाईओवर पर फंसा एक शख्स उस समय हैरान रह गया जब उसे रैपिडो से उसकी सुरक्षा के बारे में फिक्र करने वाला एक संदेश मिला. उस शख्स ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में घटना के बारे में बताया और कहा कि यह मैसेज तब आया जब उसका ऑटो रिक्शा कुछ देर एक ही जगह पर रुका रहा.
ऐप-आधारित कैब सेवाएं अक्सर सवारियों को उनकी सुरक्षा की जांच करने के लिए सचेत करती हैं जब उनके किराए के वाहन लंबे समय तक खड़े होते हैं. हालांकि, इस विशेष घटना में भारी ट्रैफ़िक के कारण शख्स का ऑटो काफी देर तक एक ही स्थान पर फंसा रहा और कैब सेवा को सतर्क कर दिया गया.
"रैपिडो ने पूछा कि क्या मैं सुरक्षित हूं क्योंकि जाहिर तौर पर मेरा ऑटो कुछ समय से आगे नहीं बढ़ रहा था. ब्रदर इन क्राइस्ट, मैं खतरे में नहीं हूं, मैं सिर्फ मराठाहल्ली पुल पर हूं," बातचीत के बारे में हल्के-फुल्के अंदाज में बात करते हुए उस शख्स ने कहा , ऐप को "शांत रहने" के लिए कहें. उन्होंने कहा, "शांत हो जाओ, सिर्फ मंगलवार है."
इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर कई लोगों को हैरान कर दिया, जिनमें से कुछ ने इस अजीब बातचीत को "बेंगलुरु का चरम क्षण" (peak Bengaluru Moment) भी घोषित कर दिया. उनमें से एक ने कहा, "जब मैं मराठाहल्ली में फंस गया तो उबर ने लगातार दो दिन मुझसे यही बात पूछी." दूसरे ने कहा, "यह मेरे साथ एक बार हुआ था, और मैं दर्द के कारण हंसने लगा क्योंकि मैं पहले से ही देर से चल रहा था."
तीसरे यूजर ने कहा, "मुझे लगता है कि एक बार उबर ने भी मुझसे यही बात पूछी थी. यह एक तरह से आश्वस्त करने वाला था लेकिन साथ ही मज़ेदार भी था क्योंकि मैं दिल्ली-नोएडा ट्रैफ़िक में फंस गया था." बाकी लोगों ने पुल पर यातायात में फंसे होने की अपनी-अपनी कहानियां साझा कीं. उनमें से एक ने बताया, "कल वहां लगभग 1.5 घंटे बिताए और यह देखकर हैरान रह गए कि आज उतनी भीड़ नहीं है." दूसरे ने कहा, "मराठहल्ली पुल पर फंसने के दौरान इसे पढ़ना विडंबनापूर्ण है? या दैवीय हस्तक्षेप."