बेंगलुरु को भारत की आईटी राजधानी कहा जाता है. बेंगलुरु में आईटी हब है और यहां देश के कई नौजवान इंजीनियरिंग की नौकरी में मोटा पैसा कमाते हैं. देश के अंदर टेक प्रोफेशनल की पहली च्वॉइस बेंगलुरु ही है. यहां, कई देसी और विदेशी सॉफ्टवेयर कंपनी हैं. साथ ही यहां स्टार्ट अप के लिए दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं और कई मल्टीनेशनल फर्म्स भी हैं. कुल मिलाकर बेंगलुरु देश का एक संपन्न शहर है, जहां जॉब कर देश के कई नौजवानों का लाइफस्टाइल बदल चुका है. बावजूद इसके एक रेडिट पोस्ट ने शहर के विकसित होने के बाद भी एक अलग ही बहस छेड़ दी है. इस पोस्ट में एक शख्स ने बताया है कि उसके एक बिहारी दोस्त ने कहा कि अगर बेंगलुरु में आईटी सेक्टर ना हो तो वह बिहार जैसा पिछड़ा राज्य होता. अब इस बात पर लोगों के बीच तगड़ी बहस छिड़ गई है.
बिना IT बेंगलुरु बिहार जैसा (Bengaluru Would Have Been Like Bihar)
इस शख्स के मुताबिक, बेंगलुरु का मॉडर्न इंस्फ्रास्ट्रक्चर और इसकी तरक्की सिर्फ और सिर्फ इसके आईटी हब होने की वजह से है. इस शख्स ने अपने रेडिट पोस्ट में लिखा है, 'तो मेरे दोस्तों पटना से मेरे एक दोस्त ने कहा है कि अगर बेंगलुरु में आईटी हब ना हो तो वह बिहार की तरह हो जाएगा, दोनों राज्य की सरकार एक है, बेंगलुरु में ऊंची-ऊंची इमारतें और शहरीकरण बस आईटी सेक्टर की वजह से ही है'. शख्स ने आगे बताया है, 'मेरा मतलब है, जरूर सभी टेक पार्क और उनके आस-पास के पीजी/होटल, शायद, मुझे नहीं पता कि वे इस तरह के विचार क्यों रखते हैं, यह एक बार की बात नहीं है, मैंने कई लोगों से सुना है'. अब इस पोस्ट पर लोगों के अलग-अलग रिएक्शन आ रहे हैं.
बेंगलुरु के पोस्ट पर लोगों के रिएक्शन (Bengaluru and Bihar Debate)
इस पर एक यूजर ने लिखा है, 'साल 2000 की बात है, जब मैं छोटा था और बेंगलुरु उस वक्त आईटी हब नहीं था, मैं बच्चा था, बेंगलुरु उस वक्त देश के अन्य शहरों के मुकाबले किसी स्वर्ग से कम नहीं था, बेंगलुरु में उस वक्त भी सबकुछ था'. दूसरा यूजर लिखता है, 'बेंगलुरु आईटी हब होने से पहले भी शानदार था और आज भी विकसित है'. तीसरा यूजर लिखता है, 'यह बहुत शांत शहर है, यहां के लोग काफी दयालू हैं, आईटी हब होने से पहले बेंगलुरु में चमक-धमक खूब थी और आज भी है'. एक शख्स ने लिखा है, 'बेंगलुरु पेंशनर पैराडाइस है, यह हमेशा से खूबसूरत है'.
"Bengaluru would have been like Bihar without IT"
byu/preethiyaaloogade inBengaluru
क्या बोले बीवी नायडू (Bengaluru and Bihar Online Debate )
एसटीपीआई-बेंगलुरु के पहले निदेशक और केडीईएम के अध्यक्ष बीवी नायडू ने कहा, 'बेंगलुरु रातों-रात आईटी हब नहीं बना है, 1990 के दशक के अंत में जब बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने यहां अपना विस्तार करना शुरू किया तो शहर में तेजी आई. उन्होंने साउथ फर्स्ट के हवाले से कहा, 'यहीं से स्नोबॉल प्रभाव शुरू हुआ, यहां टैलेंट की भरमार है, यहां कंपटीशन ने लोगों को सक्सेसफुल बनाया है, यहां आने वाली कोई भी कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि उनके 50 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी दूसरी कंपनियों से लेटरल हायर किए जा सकते हैं.
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