उफनती नदी में फंस गया था बछड़ा, जान की बाजी लगाकर शख्स ने दी नई जिंदगी, देखें- रेस्क्यू का खतरनाक VIDEO

यह वायरल वीडियो असम का बताया जा रहा है. इश समय असम में बाढ़ आया है. इस कारण से कई जिंदगियां तबाह हो रही हैं. क्या इंसान और क्या जानवर, सबको परेशानी हो रही है. इं

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

यूं तो सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल होते रहते हैं. कुछ वीडियो ऐसे होते हैं, जिन्हें देखने के बाद हमें गुस्सा आता है, वहीं कुछ वीडियो हमारा दिल जीत लेते हैं. अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है,. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स उफनती नदी में अपनी जान की बाजी लगा कर एक बछड़े की जिंदगी बचा रह ाहै. सोसल मीडिया पर इस वीडियो को बहुत ही ज्यादा पसंद किया जा रहा है.

देखें वायरल वीडियो

यह वायरल वीडियो असम का बताया जा रहा है. इश समय असम में बाढ़ आया है. इस कारण से कई जिंदगियां तबाह हो रही हैं. क्या इंसान और क्या जानवर, सबको परेशानी हो रही है. इंसान तो किसी तरह से बच जा रहे हैं, मगर जानवरों का बुरा हाल है. ऐसे में एक शख्स ने बछड़े को बचाकर मानवता का पाठ पढ़ाया है. यह वीडियो संदेश देता है कि दुनिया में अभी इंसानियत खत्म नहीं हुई है.

असम में बाढ़ से लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं और बृहस्पतिवार को राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. बुलेटिन में बताया गया कि बाढ़ के कारण राज्य के 29 जिलों में 16.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं.

ब्रह्मपुत्र, दिगारू और कोलोंग नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. वहीं, कामरूप (मेट्रो) जिले में अलर्ट जारी किया गया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा बृहस्पतिवार को गुवाहाटी के मालीगांव, पांडु पोर्ट और मंदिर घाट के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे.

शर्मा ने बुधवार देर रात सभी जिला आयुक्तों के साथ बाढ़ की स्थिति पर एक बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे 15 अगस्त से पहले सभी पुनर्वास दावों को मानदंडों के अनुसार पूरा करें और मुख्यालय को सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि लोगों को पर्याप्त राहत दी जा सके.

Advertisement

असम सरकार के कैबिनेट मंत्री भी बृहस्पतिवार से अगले तीन दिनों तक बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे. असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है तथा तीन अन्य लोग लापता हैं.

बाढ़ के कारण बारपेटा, विश्वनाथ, कछार, चराईदेव, चिरांग, दारांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपोलिटन, कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर जिले प्रभावित हैं.

Advertisement

असम में जारी बाढ़ के संकट के कारण धुबरी में सबसे ज़्यादा 2.23 लाख प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 1.84 लाख लोग और लखीमपुर में 1.66 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं. ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट, तेजपुर, गुवाहाटी, ग्वालपाड़ा और धुबरी में ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है.

Featured Video Of The Day
Allu Arjun के घर के बाहर तोड़फोड़, देखें 10 बड़े Updates | NDTV India