झांसी (Jhansi) में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला. जहां एक शख्स को बिना हेलमेट (Helmet) पहने कार चलाने पर चालान हो गया. इस बात की जानकारी शख्स को तब हुई जब उसके फोन पर एक मैसेज आया. जब यह मामला लेकर वह ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचा तो उससे कहा गया कि चुनाव के बाद आना. इसी वजह से अब वह कार चलाते वक्त अक्सर हेलमेट लगाकर रखता है.
यही वजह है कि हर बार जब बहादुर सिंह परिहार अपनी ऑडी लेकर कहीं जाते हैं, तो वो हमेशा हेलमेट पहनते हैं. इसलिए नहीं कि वह फॉर्मूला 1 कार चला रहे हैं या Dakar में रैली रेसिंग करने जा रहे हैं, बल्कि इसलिए कि पिछली बार जब उन्होंने ऐसा नहीं किया था तो झाँसी में ट्रैफिक पुलिस ने उन पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगा दिया था.
देखें Video:
मार्च में बहादुर सिंह, जो एक ट्रकर्स यूनियन के अध्यक्ष हैं - उनको उनके सेलफोन पर एक मैसेज मिला. जिसमें बताया गया कि उनकी कार का चालान कर दिया गया है. जब वह विवरण देखने के लिए परिवहन वेबसाइट पर गए, तो वह अपनी आंखें मलते रह गए क्योंकि वहां लिखा था कि चालान इसलिए काटा गया है क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था. जबकि चालान में फोटो दोपहिया वाहन की है, वाहन की श्रेणी स्पष्ट रूप से 'मोटर कार' के रूप में उल्लिखित है.
झाँसी की नंदू कॉलोनी के निवासी ने यातायात पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्हें कहा गया कि वे लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद इस मामले को देखेंगे. चूंकि उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में मतदान होना है, यानी 1 जून को और मतगणना 4 जून को होगी, यानी इसके बाद उन्हें कम से कम तीन दिन और इंतजार करना होगा.
बहादुर सिंह ने कहा, तब तक उन्होंने अधिक जुर्माने से बचने के लिए गाड़ी चलाते समय हेलमेट पहनने का फैसला किया है और उनके इस फैसले ने उन्हें झाँसी की सड़कों पर सिरफिरा बना दिया है.
परिहार ने कहा, "बिना हेलमेट पहने कार चलाने के लिए मेरा चालान काटा गया. अगर मुझे हेलमेट पहनकर कार चलानी है... तो मैं क्या कर सकता हूं? मुझे गाड़ी चलाते समय हेलमेट पहनना होगा. ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने मुझसे कहा है कि वे चुनाव के बाद इस मामले को देखेंगे.”
ये Video भी देखें: Dehradun में 2000 पेड़ों पर मौत का लाल निशान, प्यास बुझाने का यह कैसा Plan?