आजकल डेटिंग ऐप्स (Dating Apps) बेहद लोकप्रिय हो गए हैं, लेकिन इनकी लोकप्रियता ने चिंता भी बढ़ा दी है. इनका बहुत अधिक इस्तेमाल आपकी आदत बन सकता है, या कहे बुरी आदत बन सकता है. हाल में एक ऐसा ही मामला सामने आया. एक ब्रिटिश व्यक्ति की कहानी उस चिंता को बढ़ा रही है कि अगर टिंडर (Tinder) डेटिंग ऐप लोगों की लत बन गए तो क्या होगा. इस ब्रिटिश व्यक्ति को टिंडर पर हर दिन सैकड़ों प्रोफाइल्स को स्वैप करने की लत लग गई और स्थिति आखिरकार ऐसी बनी कि उसे इस लत को छुड़ाने के लिए थेरेपी की मदद लेनी पड़ी.
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट ये टिंडर यूजर अपने लिए परफेक्ट पार्टनर ढूंढने के लिए नहीं सिर्फ अपनी योग्यता जांचने के लिए हर दिन सैकड़ों प्रोफाइल्स को स्वैप करता था. 27 साल के एड टर्नर को कथित तौर पर यह देखकर खुशी मिलती थी कि कितनी महिलाओं ने उसकी प्रोफ़ाइल को लाइक किया. हालांकि, उन्होंने इन महिलाओं से मिलने की कोई इच्छा नहीं जताई. जब उन्हें महिलाओं से जवाब नहीं मिलता तो वह लो फील करते हैं.
एड टर्नर ने कहा, "जब मुझे ऐसे लोगों के साथ बहुत सारे मैच मिल रहे होते थे जो मुझे अच्छे लगते थे तो मुझे बहुत खुशी होती थी, लेकिन इसके बाद हमेशा दुर्घटना होती थी क्योंकि यह टिकाऊ नहीं होते थे."
दूसरों से मिलने वाली सराहना को लेकर टर्नर की इच्छा इतनी प्रबल हो गई कि टिंडर उसके इमोशनल सपोर्ट का एक प्राइमरी सोर्स बन गया. उन्होंने हिंज और बम्बल पर अकाउंट बनाकर, अंधाधुंध स्वाइपिंग शुरू कर दी. टर्नर ने कथित तौर पर दस महिलाओं के साथ एक साथ बातचीत की और वह दिन भर बस यही किया करते थे और महिलाओं से चैट करने का इंतजार करते.
उन्होने खुद कहा कि, ‘चूंकि मैं हर किसी पर राइट स्वाइप कर रहा था और पूरी तरह से 'गेम' में डूब गया था, इसलिए मैंने अपना सारा होश खो दिया. उन ऐप्स ने मेरे पूरे मूड और व्यक्तित्व को प्रभावित किया और धीरे-धीरे वो रियलिटी से दूर होते गए.'
स्थिति बिगड़ती देख उन्हें थेरेपी की जरूरत पड़ी और पता चला कि वे अवसाद के बॉर्डर लाइन पर हैं. अब उन्होंने इन डेटिंग ऐप्स को देखना तक बंद कर दिया है.