10 बार फेल होने के बाद 11वीं बार में शख्स ने पास की 10वीं की बोर्ड परीक्षा, ढोल-नगाड़े बजाकर गांव वालों ने मनाया जश्न

2018 से अब तक दस बार निराशा का सामना करने के बावजूद, कृष्णा ने अपने संकल्प में कभी नहीं आने दी. इस साल, उनके प्रयासों ने फल दिया, जिसने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत से कोई भी चुनौती पार की जा सकती है.

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10वीं में 10 बार हुआ फेल, फिर 11वीं बार में हुआ चमत्कार

महाराष्ट्र (Maharashtra) के बीड के कृष्णा नामदेव मुंडे ने दृढ़ संकल्प की मिसाल पेश की है, उन्होंने आखिरकार अपने 11वें प्रयास में 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास कर ली है. सालों के अथक प्रयास के बाद, कृष्णा की सफलता ने न केवल उनके परिवार को खुश किया है, बल्कि उनके पूरे गांव को भी प्रेरित किया है, जिन्होंने उनकी उपलब्धि का जश्न भव्य जुलूस और ढोल-नगाड़ों के साथ मनाया. 2018 से अब तक दस बार निराशा का सामना करने के बावजूद, कृष्णा ने अपने संकल्प में कभी नहीं आने दी. इस साल, उनके प्रयासों ने फल दिया, जिसने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत से कोई भी चुनौती पार की जा सकती है.

पिता ने मनाया जश्न

कृष्णा के पिता नामदेव मुंडे ने NDTV से कहा, "वह 5 साल में 10 प्रयासों के बाद पास हुआ है, लेकिन मैं फीस जमा करता रहा, क्योंकि मैं उसे हर अवसर देना चाहता था." इस पूरी यात्रा में परिवार के दृढ़ समर्थन को दर्शाते हुए, कृष्णा परली तालुका के रत्नेश्वर स्कूल के छात्र हैं. कृष्णा पहले इतिहास विषय में असफल रहे थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपने सभी विषय पास कर लिए. उनकी यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत जीत का प्रतीक है, बल्कि दृढ़ता की शक्ति और अपने सपनों को कभी न छोड़ने के महत्व का भी प्रमाण है.

जैसे ही परिणाम घोषित हुए, उनके पिता ने जुलूस निकाला. ग्रामीण ढोल-नगाड़ों के साथ शामिल हुए और कृष्ण को अपने कंधों पर भी उठाया.

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महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने सोमवार को SSC (कक्षा 10) के परिणाम घोषित किए, जिसमें 95.81 प्रतिशत छात्र परीक्षा में सफल हुए. छात्राओं ने लड़कों से 2.56 प्रतिशत अधिक अंक प्राप्त करके बाजी मारी. 2023 में, लड़कियों ने 95.87 प्रतिशत उत्तीर्ण प्रतिशत प्राप्त किया, जबकि लड़कों ने 92.05 प्रतिशत उत्तीर्ण प्रतिशत प्राप्त किया.

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