अक्सर आपने सुना होगा कि शादी के रिश्ता आए लड़की की शक्ल से ज्यादा उसकी नौकरी और सैलरी देखी जाती है. मतलब, ज्यादातर मामलों में शादी तय करते वक्त जिन खास बातों का ध्यान रखा जाता है, वो है लड़के का परिवार, शिक्षा, सैलरी, नौकरी और उसका बैकग्राउंड. ऐसा ही एक सवाल सोशल मीडिया पर एक्स यूजर @SamarthSri_ ने महिलाओं से पूछा है. जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उनका सवाल कुछ इस तरह था कि, महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में उनसे कमतर लड़के को जीवनसाथी बनाने से क्या रोकता है?
इस सवाल का जवाब महिलाओं ने अलग-अलग तरह से दिया है. किसी ने सीरियस तो किसी ने मज़ाकिया अंदाज़ में अपना जवाब दिया है. कुछ ने कहा कि, उनको पता है कि वो अपने पति से हर मामले में बेहतर हैं लेकिन फिर भी पति का 'मेल ईगो' हर्ट न हो, इसलिए समय-समय पर पति से इजाजत मांगती रहती हैं.
'जेना' नाम की एक यूजर ने लिखा, 'हमें बाहर जाकर नौकरी करने में कोई परेशानी नहीं है. बर्शते पुरुष बच्चों को जन्म दे सकें और उन्हें पाल सकें. क्योंकि वह ऐसा नहीं कर सकते इसलिए उन्हें बाहर जाकर काम करना पड़ता है. ऐसा पाषाण काल से चला आ रहा है.' कई महिलाओं का मानना है कि समाज उन्हें स्वीकार भी तभी करता है जब वह खुद से ज्यादा बेहतर और बड़े लड़के को जीवनसाथी चुनती हैं.
जवाब में नैना नाम की एक यूजर ने लिखा, 'पूरी सोसाइटी ही महिलाओं को खुद से कमतर पुरुष को चुनने से रोकती है. और ये बात लड़कियों के दिमाग में बचपन से ही डाल दी जाती है.' दूसरी यूजर ने लिखा, 'हालांकि ये जरूरी नहीं कि वह आर्थिक तौर पर या कैरियर में महिलाओं से बेहतर हों, लेकिन उनकी पर्सनैलिटी और समझदारी के मामले में उनका बेहतर होना जरूरी है.'
एक यूजर ने लिखा, 'दरअसल ये सवाल पुरुषों के लिए है. उनका मेल ईगो उन्हें खुद से किसी भी मायने में बेहतर महिलाओं से शादी करने से रोकता है. अगर वह शादी करते भी हैं, तो वह उसे हर संभव तरीके से नीचे लाने की कोशिश करते हैं.' दूसरे यूजर ने मजाकिया अंदाज में सवाल का जवाब देते हुए लिखा, 'क्योंकि वो उम्मीद करते हैं कि पूरी तरह से घर संभालें और उनसे राजकुमार की तरह बर्ताव करें.'
बहुत सी महिलाओं का ये भी कहना था कि शादी के बाद उन्हें परिवार और बच्चों की देखभाल के लिए अपने करियर को दांव पर लगाना पड़ता है. इसलिए वह खुद से बेहतर कमाने वाले पुरुष के साथ शादी करना पसंद करती हैं. भारत में शादियों को लेकर एक कहावत और प्रचलित है कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं. मतलब किसी कपल के बीच आपसी तालमेल होना जरूरी है. बाकी सब चीजें सेकेंडरी ही हैं, जो समय के साथ बदलती रहती हैं.