कांवड़ यात्रा पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है. हर साल सावन माह के मौके पर कावड़ यात्रा देश के कोने-कोने से निकलती है और गंगा नदी तक जाती है. इस बार भी कांवड़ यात्रा लेकर युवा निकल चुके हैं. कांवड़ यात्रा पर निकले युवाओं को या भक्तों को कांवड़िये कहा जाता है, जो अपने दोनों कंधों पर कांवड़ यानी कि मटके टांग कर यात्रा के लिए रवाना होते हैं. ऐसा ही एक कांवड़िया इस यात्रा पर निकल चुका है, लेकिन ये कांवड़िया बाकी भक्तों से अलग है. इस कांवड़िए का सिर्फ एक ही पैर है, लेकिन हौसले दोगने हैं, जो एक पैर के सहारे यात्रा पर निकला है.
इस तरह लोगों ने की मदद
ये कांवड़ यात्री हैं मोहित गुज्जर, जो कांवड़ लेकर यात्रा कर रहे हैं. मोहित गुज्जर का एक पैर नहीं है, लेकिन ये मुश्किल उनकी यात्रा के जज्बे के आड़े नहीं आई. वो कांवड़ लेकर जिस और जा रहे हैं लोग उनकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो खुद मोहित गुज्जर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं वो ब्लैक टी शर्ट पहने और बाघ की खाल की डिजाइन का वस्त्र लपेटे हुए हैं. इस अंदाज में वो कांवड़ लेकर आगे बढ़ रहे हैं. बीच में कुछ लोग उन्हें रोक कर उनका हाथ बंटाते हैं. उन्हें पानी पिलाते हैं. मोहित गुज्जर के इस वीडियो को 3 लाख 90 हजार से ज्यादा हिट्स मिल चुके हैं.
यहां देखें वीडियो
क्या होती है कांवड़ यात्रा?
कांवड़ यात्रा हर साल सावन के महीने में ही निकलती है. मान्यता है कि इस माह में गंगाजी तक पैदल जाकर गंगाजल लाना और उसे भगवान शिव पर अर्पित करना एक बड़ा कार्य होता है, जिसे पूरा करने से खुद शिवजी भक्त पर प्रसन्न होते हैं. बस इसी मान्यता के साथ बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगा घाट की दिशा में घर से रवाना होते हैं और फिर गंगाजल लाकर घर पर रखते हैं.