अक्सर खुले मैदानों और सड़क किनारे पक्षियों का झुंड बैठा नजर आता है, जिन्हें देखकर दिल में एक अलग सूकुन सा मिलता है और चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान खिल उठती है. यही वजह है कि, लोग इस खूबसूरत नजारों को कैमरे में कैद करते नजर आते हैं. सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे वीडियो और फोटो देखने को मिलते रहते हैं, जिन्हें देखकर लोगों का दिन बन जाता है, लेकिन कुछ लोगों को शायद यह नजारा रास नहीं आता और यही वजह है कि ऐसे लोग इन बेजुबानों पर अपना गुस्सा उतार देते है. हाल ही में एक ऐसा ही शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जिस पर जानबूझकर कबूतरों (pigeon) के झुंड में घुसने और एक को मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल, यह मामला जापान की राजधानी टोक्यो (Tokyo) का है. जहां पुलिस ने मंगलवार को कहा कि, टोक्यो के एक टैक्सी ड्राइवर (Tokyo taxi driver) को जानबूझकर कबूतरों के झुंड में घुसने और एक को मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि वह कथित तौर पर पक्षियों के सड़क पर होने से नाराज था. टोक्यो पुलिस (Tokyo police) के एक प्रवक्ता ने बताया कि, 50 वर्षीय अत्सुशी ओज़ावा (Atsushi Ozawa) ने पिछले महीने जापान की राजधानी (Japanese capital) में एक कबूतर को मारने के लिए अपनी कार का इस्तेमाल किया था. वन्यजीव संरक्षण कानूनों का उल्लंघन (violating wildlife protection laws) करने के लिए रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
स्थानीय मीडिया ने कहा कि, ओज़ावा ने ट्रैफिक लाइट (traffic light) के हरे होने पर उसे छोड़ दिया और 60 किलोमीटर (37 मील) प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी टैक्सी (taxi) को पक्षियों के झुंड के बीच ले गया. कथित तौर पर इंजन की आवाज़ ने एक राहगीर को घटना की रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, टोक्यो पुलिस ने एक पशुचिकित्सक से असहाय कबूतर (pigeon attack) का पोस्टमार्टम करवाया और इसकी मौत का कारण दर्दनाक सदमा बताया. स्थानीय मीडिया ने जांचकर्ताओं के हवाले से कहा, 'सड़कें इंसानों के लिए होती हैं, इसलिए कबूतरों को रास्ते से हट जाना चाहिए था.' ब्रॉडकास्टर फ़ूजी टीवी ने कहा कि, गिरफ्तारी पर आगे बढ़ने का निर्णय लेने से पहले पुलिस ने एक पेशेवर ड्राइवर के लिए ऐसे व्यवहार को अत्यधिक दुर्भावनापूर्ण बताया.