डाली की कला ने बिखेरे उम्मीद के रंग, कई घायल जानवरों को इस तरह दे चुकी हैं ज़िंदगी

Painter dog Dali: सोशल मीडिया पर इन दिनों डाली नाम की डॉग चर्चा में है. डाली, न सिर्फ इंटरनेट सेंसेशन बन चुकी है, बल्कि भारत की पहली डॉग पेंटर के रूप में दिल जीत रही है.

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ब्रश मुंह में, इरादा दिल में...ये है वो डॉगी जो पेंटिंग से स्ट्रे डॉग्स की मदद कर रही है

India First Painter Dog: 45 दिन की उम्र में किसी ने एक मासूम लैब्राडोर को छोड़ दिया था, वो भी रस्सी से बांधकर, लेकिन किस्मत ने उसके लिए कुछ और ही लिखा था. आज वही डॉगी...डाली, न सिर्फ इंटरनेट सेंसेशन बन चुकी है, बल्कि भारत की पहली डॉग पेंटर के रूप में दिल जीत रही है. डाली को गोद लिया कोलकाता के होई चौधरी और स्नेहांशु देबनाथ ने. दोनों ने कभी नहीं सोचा था कि उनका पालतू डॉगी कभी पेंटिंग करेगी. होई बताती हैं कि, डाली हमेशा मेरे पति से ब्रश छीनकर भाग जाती थी. एक दिन मज़ाक में कहा गया कि शायद ये भी पेंटिंग करना चाहती है. हमने उसे कैनवास के पास ले जाकर देखा और उसने जैसे ही ब्रश से पहला स्ट्रोक मारा, हमारे चेहरे पर मुस्कान आ गई.

यहां देखें पोस्ट

एक पेंटिंग करती लैब्राडोर की कहानी (dog painting to raise funds)

डाली के लिए खास डॉग-फ्रेंडली ब्रश बनाया गया. एक लकड़ी का ब्लॉक जो उसके जबड़े में आराम से फिट हो सके. इसके बाद शुरू हुआ डाली का रंगों से रिश्ता. अब डाली कस्टम एब्स्ट्रैक्ट आर्ट बनाती है और उसकी बनाई पेंटिंग्स की मदद से अब तक 35,000 रुपए से ज्यादा इकट्ठा किए जा चुके हैं, जो घायल और बेसहारा जानवरों के इलाज में लगाए गए. डाली की पेंटिंग्स की खासियत सिर्फ रंग नहीं, उसकी कहानी है...एक छोड़े गए जानवर का प्यार में बदला जीवन.

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कभी छोड़ी गई थी 45 दिन की उम्र में (labrador dali)

इंटरनेट पर इस प्यारी आर्टिस्ट का जादू चल चुका है. एक यूजर ने लिखा, जिसे लोग छोड़ गए, उसने दूसरों की ज़िंदगी संवार दी. दूसरे यूजर ने कहा, कितना प्यारा आर्टिस्ट है. भगवान इस कपल को आशीर्वाद दे, जो डाली की आवाज़ बन गए. डाली का इंस्टाग्राम अब 50K से ज्यादा फॉलोअर्स के साथ हर दिन वायरल हो रहा है.

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