ऊंची ऊंची गगन चूमती इमारतों को देखकर क्या आपने कभी सोचा कि इन्हें बनाने वाले किन मुश्किल हालातों से गुजरते होंगे. आज के दौर में तो ये काम भी कुछ सुरक्षा उपकरणों के साथ होता है. मजदूरों को हारनेस मिल जाती है. जो उनकी कमर से बंधी रहती है. ऊपर नीचे आने जाने के लिए लिफ्ट मिल जाती है. पर, जरा सोचिए आज से सौ साल पहले या 95 से सौ साल पहले के दौर में क्या स्थिति रही होगी. जब तकनीक इतनी विकसित नहीं थी. तब किस तरह जान पर खेलकर मजदूर हाईराइज बिल्डिंगों का निर्माण करते होंगे.
देखें वायरल वीडियो
रोंगटे खड़े करने वाला वीडियो
ट्विटर पर history page ने बिल्डिंग बना रहे मजदूरों का एक वीडियो शेयर किया है. ट्विटर हैंडल का दावा है कि ये वीडियो 1925 का है यानी कि तकरीबन 98 साल पुराना. वीडियो देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जमीन से कई सौ फीट ऊपर भी मजदूर किस शिद्दत से घर बनाने के काम में जुटे रहते थे. तब उनकी सुरक्षा के लिए उनके पास कोई उपकरण भी मौजूद नहीं था. वीडियो के एक अंश में आप देख सकते हैं कि लंबी सी स्लेब पकड़ कर मजदूर ऊंचे पिलर पर चलते चले जा रहे हैं. एक सीन में मजदूर बिना किसी सीढ़ी, लिफ्ट या हारनेस का पिलर पर चढ़ रहा है. एक सीन में मजदूर पतली सी स्लेब पर चलने को मजबूर है. इन पिलर्स को आपस में फिक्स करने के लिए भी उन्हें जान जोखिम में डालनी पड़ती थी. तब कहीं जाकर उस दौर में एक ऊंची और बुलंद इमारत खड़ी हो पाती थी.
गाड़ियों से होगा ऊंचाई का अंदाजा
अगर आपको इस वीडियो को देखकर ऊंचाई का अंदाजा लगा पाना मुश्किल हो रहा है. तो, आप नीचे गुजरती गाड़ियों पर गौर कर सकते हैं. ये गाड़ियां किसी चिंटी के समान छोटी दिख रही हैं. जिससे ये समझ पाना आसान है कि जमीन से काफी ऊपर जाकर मजदूर इमारत बनाने के काम को अंजाम दे रहे हैं. इस वीडियो पर यूजर्स भी अब ये शुक्रिया अदा कर रहे हैं कि कम से कम ऐसे काम करने वालों की जान की फिक्र होने लगी है.