जब कभी बच्चे एक घर से दूसरे घर में शिफ्ट करते हैं तो उन्हें सबसे बड़ा दुख इसी बात का होता है कि उन्हें अपने दोस्तों को छोड़ कर जाना होगा. लेकिन डिफेंस में काम करने वाले फौजी के बच्चों के साथ अक्सर ऐसा होता है. ऐसे में उनके दिल पर क्या गुजरती होगी, यही बताने की कोशिश की है, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की स्क्वाड्रन लीडर निहारिका हांडा ने, जिनका सोशल मीडिया पोस्ट इन दिनों वायरल हो रहा है.
निहारिका ने अपने पोस्ट में बताया गया है कि एक डिफेंस फैमिली में पैदा हुए बच्चे का जीवन किस तरह से आकार लेता है. उन्होंने डिफेंस में काम करने वाले माता-पिता के बच्चों के साहस की सराहना की और लिखा कि ऐसे बच्चे सैन्य जीवन की सभी चुनौतियों का सामना करते हैं. पोस्ट के साथ निहारिका ने अपने बेटे के साथ एक तस्वीर भी शेयर की.
पोस्ट में निहारिका हांडा ने लिखा, ‘फौजी बच्चे वास्तव में प्रभावशाली होते हैं... वे घर बदलते हैं, वे स्कूल बदलते हैं, और वे लगातार बदलते पड़ोस में खुद को ढालते हैं. बार-बार आना-जाना फौजी बच्चों के लिए जीवन जीने का एक तरीका है. दोस्तों और परिचित दिनचर्या को अलविदा कहना कभी आसान नहीं होता है, एक नए स्कूल, एक नए पड़ोस और कभी-कभी एक नए देश में फिर से शुरुआत करने के लिए.' उन्होंने आगे लिखा, ‘सभी फौजी बच्चों को एक बड़ा सलाम क्योंकि अपने साहस और समर्थन के माध्यम से, वे इस राष्ट्र की भी सेवा करते हैं और मुझे इस पर गर्व है आप सभी.'
लोग बोले- फौजी बच्चों का जीवन सच में है चुनौति
लिंक्डइन पर शेयर हुए इस पोस्ट 35 सौ से अधिक लाइक्स आ चुके हैं और ढेरों लोगों ने कमेंट कर निहारिका की बात से सहमति जताई. एक यूजर ने लिखा, और वे बहुत ही अच्छे इंसान बनते हैं. दूसरे ने लिखा, एक गर्वित फौजी बच्चे के रूप में, मैं इस पोस्ट के प्रत्येक शब्द से पूरे दिल से जुड़ सकता हूं. सैन्य जीवन ने हमारे अंदर लचीलेपन और अनुकूलनशीलता की एक अनूठी भावना पैदा की है. घर बदलना, स्कूल बदलना और नए पड़ोस अपनाना सिर्फ चुनौतियां नहीं हैं, बल्कि अवसर भी हैं. तीसरे ने लिखा, फौजी बच्चे भी बहुत तेजी से दोस्ती बनाते हैं. वे इतनी तेजी से घुलते-मिलते हैं कि आपको पता ही नहीं चलता कि आप उनसे कुछ दिन या हफ्ते पहले ही मिले हैं.