गुड़गांव की एक महिला को कथित तौर पर ओला ड्राइवर ने परेशान किया और धमकाया, जिससे ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं. गुड़गांव की एक निवासी को हाल ही में ओला राइड के दौरान एक भयानक अनुभव हुआ. गुड़गांव की रहने वाली पूजा एस पिछले सप्ताह सुबह की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट जा रही थीं, तभी यह कथित घटना हुई.
बीच रास्ते में मांगे पैसे
गुड़गांव निवासी ने अपनी ओला राइड पर पोस्ट करके यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जताईं. उन्होंने लिखा कि उसने जल्द से जल्द कैब पाने की संभावना बढ़ाने के लिए ओला और रैपिडो दोनों पर कैब बुक की थीं. हालांकि कंपनी पर अपने भरोसे के कारण उन्होंने आखिरकार ओला को चुना. राइड शुरू होने के सिर्फ़ 10 मिनट बाद, ड्राइवर ने अपनी बोतलें भरने के लिए गाड़ी रोकी और उसके ठीक बाद उसने दावा किया कि जब तक वह क्यूआर कोड के ज़रिए भुगतान नहीं करती, तब तक गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी.
मारपीट की कोशिश
पूजा ने पहले राइड पूरी करने पर जोर दिया ताकि वह फाइनल अमाउंट की पुष्टि कर सके, लेकिन इसके बजाय, ड्राइवर ने कथित तौर पर उसे पहले भुगतान करने के लिए मजबूर किया और उसे न जाने की धमकी दी. उसने यह भी दावा किया कि एक गरमागरम बहस के बाद, ड्राइवर ने उसे थप्पड़ मारने के लिए अपना हाथ उठाया और कहा, "मैं तुम्हें बहुत मारूंगा".
देने लगा धमकी
महिला ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट में लिखा,"ड्राइवर लगातार आक्रामक होता गया, हरियाणवी में बात करता रहा और यहां तक कि धमकी भी देता रहा, उसने कहा, 'मैं रात को वापस आऊंगा और तुम्हें दिखाऊंगा कि क्या होता है'."
महिला के बार-बार कहने के बावजूद ड्राइवर चिल्लाता रहा और कथित तौर पर उसकी सहमति के बिना एक वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. आखिरकार, गुड़गांव की इस महिला ने एक और कैब बुक की और एयरपोर्ट की ओर चल पड़ी. उसने दूसरे ड्राइवर को बीच रास्ते से उसे लेने और फ्लाइट पकड़ने के लिए समय पर एयरपोर्ट छोड़ने के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही पूजा ने लिखा कि ओला ड्राइवर पर कानूनी कार्रवाई करेंगी.
वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, एक यूजर ने लिखा, "यह गंभीर रूप से चिंताजनक है! मुझे हाल ही में ओला के साथ कुछ समस्याएं हुई हैं. उनकी नई "पॉप्युलर फेयर" नीति के कारण, जो निश्चित किराए के बजाय किराए की एक सीमा दिखाती है, मेरे साथ 2 बार ऐसा हुआ है, जब ड्राइवरों ने सीमा पर अधिक मूल्य की मांग की और मेरे मना करने पर, उन्होंने मौखिक रूप से अपमानजनक व्यवहार किया.
एक अन्य यूजर ने लिखा, "ऐसी परिस्थितियां देखना विडंबनापूर्ण है, जब 3 दिन पहले स्वतंत्रता दिवस पर पूरा देश महिलाओं की सुरक्षा के लिए विरोध कर रहा था. ऐसी परिस्थितियों में, कंपनी ब्रांड की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी".