अब ये समस्या भगवान की है... पिता की मौत पर बेटे ने लिखा ऐसा मृत्युलेख, पढ़कर नहीं रुकेगी हंसी, कहेंगे- कैसे-कैसे लोग हैं यहां

एक बेटे ने अपने पिता की मौत के बाद ऐसा मृत्युलेख लिखा है, जिस पढ़ने के बाद कोई भी हंस देगा. इस मृत्युलेख को लिखने में इस शख्स ने पुरी ईमानदारी दिखाई है.  

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बेटे ने पिता के लिए लिखा ऐसा मृत्युलेख पढ़ने वाले नहीं रोक पा रहे हंसी

US Man's Hilarious Obituary: हाल ही में 74 साल के अमेरिकी शख्स रॉबर्ट एडोल्फ बोहम नामक व्यक्ति की मौत हो गई. रॉबर्ट बोहम का निधन बीती 6 अक्टूबर को टेक्सास में उनके अपार्टमेंट में गिरने से हुआ था. इस बूढ़े शख्स के बेटे चार्ल्स बोहम ने अपने पिता के लिए ऐसा मृत्युलेख लिखा है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस मृत्युलेख को पढ़ने के बाद किसी की भी हंसी छूट सकती है. चार्ल्स ने अपने पिता के बारे में ऐसी-ऐसी नटखट और शरारती बातें लिखी है, जिसने पढ़ने के बाद आपके मुंह से एक ही बात निकलेगी 'कैसे-कैसे लोग हैं यहां'. आइए जानते हैं चार्ल्स ने पिता के लिए मृत्युलेख में क्या-क्या लिखा है.

मजेदार मृत्युलेख वायरल (US Man's Hilarious Obituary)

रॉबर्टसन फ्यूनरल डायरेक्टर्स के एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, चार्ल्स ने पिता के मृत्युलेख में लिखा है, 'अपनी मस्ती में मस्त रहने वाले, अपनी पर्सनल लाइफ को ब्रांड की तरह जीने वाले, 6 अक्टूबर 2024 को असमय भगवान को प्यारे हो गए, थोड़ी ही देर पहले, किसी बेवकूफी भरी बकवास बात पर फिसलकर गिर पड़े और फर्श पर सिर लगने से उनकी मौत हो गई'. मृत्युलेख में चार्ल्स ने पिता के शुरू से अंत की जीवन का पूरा सार इसमें लिखा है.

'अब भगवान की समस्या है'  (God's Problem Now)

चार्ल्स ने आगे लिखा है, 'पिता जी 1950 में पैदा हुए, लेकिन इसके बाद भगवान ने उनके जैसे इंसान बनाने वाले सांचे को ही तोड़ दिया, थैंक्यू गॉड, पिता ने पांच साल में मां को तीन बार मां बनाया, जिससे कि वह वियतनाम वार में शामिल होने से बच सके, मेरे कैथोलिक पिता ने 1967 से 1972 के बीच मेरे तीन बड़े भाईयों को पैदा किया, पिता को ग्रेनाडा में भी युद्ध में जाने की आशंका थी, तो उन्होंने मुझे यानि चार्ल्स को साल 1983 में पैदा किया'. बता दें, चार्ल्स के पिता मिलिट्री में ट्रक ड्राइवर थे, चार्ल्स ने आगे लिखा है, 'उनके पिता ने हारमोनियम से अपने प्यारे कुत्तों को आधी रात में भौंकने पर मजबूर किया, जिससे पड़ोसियों का मनोरंजन हो सके, इसके बाद में उन्होंने यह अपने पोते-पोतियों को सौंप दिए, चार्ल्स ने आखिर में अपनी बात खत्म करते हुए लिखा, 'हमने पूरी जिंदगी उनकी हरकतों को इन्जॉय किया और उन्हें सहने की भी कोशिश की, लेकिन अब उन्हें झेलने की समस्या भगवान की है'.


 

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