जंगल कितना ही बियाबान क्यों न हो, वहां से रेल की पटरी गुजारना मजबूरी हो जाता है. एक शहर से दूसरे शहर को जोड़ने के लिए ये मुश्किल काम करना ही पड़ता है, लेकिन ये रेल की पटरी जिन लोगों की आवाजाही को आसान बनाती है, वो जंगल के बाशिंदों पर भारी पड़ जाती है. अक्सर इन पटरियों पर जंगल के बेजुबान जानवरों की मृत देह दिखाई देती है, जो अपनी तरफ बढ़ रहे तेज रफ्तार खतरों से अनजान होकर उसका शिकार हो जाते हैं. खासतौर से हाथी, जो अपने पूरे कुनबे के साथ जंगल में एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं. बीच में रेल की पटरी पड़ती है और उनके गुजरते वक्त ही तेज रफ्तार ट्रेन आ जाए, तो हादसा हो ही जाता है. इन हादसों को रोकने के लिए वन विभाग ने एक नई तरकीब आजमाई है.
यहां देखें पोस्ट
पटरी के नीचे अंडरपास
ट्विटर पर अंडर पास का ये वीडियो शेयर किया है आईएएस सुप्रिया साहू ने. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि, पटरी पर से ट्रेन गुजर रही है और उसके नीचे एक बहुत चौड़ा रास्ता बना दिया गया है. ये इंतजाम इसलिए किया गया है, ताकि ऊपर पटरी का रास्ता चुनने की जगह हाथियों का कुनबा पुल के नीचे से सुरक्षित निकल सके. न ट्रेन में मौजूद पैसेंजर को दिक्कत हो और न ही हाथियों की जान पर मुश्किल बन आए. ट्विटर हैंडल में दिए कैप्शन के मुताबिक, ये वीडियो तमिलनाडु के मादुक्कराई के जंगलों का है, जहां पहले हाथियों का हादसे का शिकार होना आम बात थी.
AI भी बनेगा मददगार
आईएएस सुप्रिया साहू की पोस्ट के मुताबिक, यहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाला सर्विलांस सिस्टम भी लगाया जाएगा, ताकि हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके. उन्होंने खुद इस पहल की तारीफ की है. इस पोस्ट को देखने वाले यूजर्स भी तमिलनाडु के वन विभाग की कोशिशों की तारीफ कर रहे हैं. खबर लिखे जाने तक पोस्ट को 92.3K व्यूज मिल चुके हैं.
ये भी देखें- करण देओल-दृशा आचार्य की शादी के रिसेप्शन की गेस्ट लिस्ट