बेंगलुरु के एक शख्स ने एक पोस्ट शेयर करके बताया कि उसके परिवार ने पूजा के दौरान भगवान को एवोकाडो चढ़ाया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई. एक एक्स यूजर, धर्मेश बा ने पोस्ट साझा किया, जिसे देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपने रिएक्शन देने लगे. पोस्ट में एवोकाडो की एक तस्वीर थी जो धर्मेश के परिवार द्वारा उनके घर के मंदिर में भगवान को चढ़ाया गया था.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "माता-पिता शहर में हैं और भगवान को उनके प्रसाद को केले से एवोकाडो में अपग्रेड कर दिया गया है."
भारत में पारंपरिक पूजा के दौरान केले, सेब और संतरे जैसे फल चढ़ाए जाते हैं. हालांकि, इस परिवार का भगवान को प्रसाद में एवोकाडो चढ़ाना - एक ऐसा फल जो अक्सर आधुनिक, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक जीवन शैली से जुड़ा होता है - उसको सोशल मीडिया यूजर्स से ढेरों अलग-अलग तरह के रिएक्शन मिल रहे हैं.
एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट करते हुए कहा, "स्वाद विकसित होता है और प्रसाद भी विकसित होता है." एक अन्य ने कहा, "भक्ति का स्तर ऊपर." एक यूजर ने मजाक में यहां तक कहा, 'ये क्या हैं, मिलेनियल्स?' जिस पर धर्मेश ने जवाब दिया, "हम मिलेनियल्स हैं." एक यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा, "कम कार्ब्स पर भगवान." दूसरे ने कहा, "अब मध्यम वर्ग नहीं. एवोकाडो वर्ग."
हिंदू पूजा में, देवताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए प्रसाद में आम तौर पर फल, फूल और मिठाइयां शामिल होती हैं. परंपरागत रूप से, भगवान को चावल, नारियल और धूप के साथ आम फल चढ़ाए जाते हैं.
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