इंसान के दिल में अगर कुछ करने का जज़्बा और जोश हो तो वे हर नामुमकिन काम को मुमकिन कर सकता है. इस बात की जीती-जागती मिसाल हैं छठी क्लास में पढ़ने वाली मिर्ज़ा मरियम (Mirza Mariam). इस मासूम बच्ची ने एक बड़े काम को मुमकिन कर दिखाया है.
छठी कक्षा में पढ़ने वाली मिर्ज़ा मरियम ने बस्तियों में रहने वाले बच्चों के लिए औरंगाबाद के स्लम इलाकों में 11 स्थानों पर 'मोहल्ला लाइब्रेरी' खोली है, ताकि बच्चे पढ़ाई कर सकें.
ANI से बात करते हुए बच्ची ने कहा, "स्कूल बंद होने के कारण मेरे मोहल्ले के बच्चे दिन भर खेलते रहते थे. मैंने इसलिए लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया, ताकि वे अपने समय का सही इस्तेमाल कर सकें."
बच्ची ने आगे बताया, "मेरे पिता ने मुझे पिछले साल 150 किताबें गिफ्ट में दी थीं और मेरे पास पहले से ही 150 किताबें थीं. मैंने सारी किताबें लाइब्रेरी में रख दी हैं, जिसमें अब 500 से ज्यादा किताबें हैं. बच्चे इन किताबों को अपने घर ले जा सकते हैं और 2-3 दिनों के बाद वापस कर सकते हैं."