Amazing Video: हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है, जिसमें तमिलनाडु के आदिवासियों की कारीगरी देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. आपने तमिलनाडु के आदिवासियों की बुद्धिमत्ता और उनकी बहादुरी के कई किस्से तो सुने ही होंगे, जो लोगों के लिए प्रेरणादायक हैं. हाल ही में तमिलनाडु के आदिवासियों की कारीगरी चर्चा का विषय बनी हुई हैं. दरअसल, तमिलनाडु के आदिवासियों ने ऐसे जहरीले पौधों की लकड़ी को इकट्ठा कर सुंदर हाथी बना डाले, जो पौधे जंगल और जंगली जीवों के लिए जहरीले थे.
यहां देखें वीडियो
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस वीडियो को आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू (IAS officer Supriya Sahu) ने अपने हैंडल से शेयर किया है. वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा है, 'मुदुमलाई के 70 आदिवासियों ने लैंटाना वीड से इन खूबसूरत हाथियों को बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है. तमिलनाडु में हमने अब तक 1200 हेक्टेयर से लैंटाना कैमारा, प्रोसोपिस और अन्य जहरीले पौधों को जंगल से #TNForest हटा दिया है. इन हाथियों की प्रतिकृति आदिवासी समुदायों के सदस्यों द्वारा बनाई गई थीं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन, शोला ट्रस्ट के सहयोग से मुदुमलाई नेशनल पार्क के पास रहते हैं.'
दरअसल, हाल ही में चेन्नई के इलियट समुद्र तट पर इनकी प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. वहीं आईएएस अधिकारी द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियो को देखने के बाद यूजर्स तमिलनाडु के इन आदिवासियों की कारीगरी की तारीफ करते नहीं थक रहे है. इस वीडियो को अब तक 77 हजार लोग देख चुके हैं, जबकि 2 हजार से ज्यादा लोगों ने इस वीडियो को लाइक किया है.
वीडियो पर यूजर्स तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'यह एक सराहनीय प्रयास है! समुदाय के साथ सही इरादे और जुड़ाव के साथ, हम अपनी कई जटिल संरक्षण चुनौतियों को जमीन पर हल कर सकते हैं. इन्हें देखकर आश्चर्य सा लगता है. इसे साझा करने के लिए धन्यवाद @supriyasahuias.'
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'शानदार कारीगरी मैडम. यह शानदार है. इसकी सुंदरता बरकरार रहनी चाहिए. वेस्ट को वेल्थ में बदलने की कला में ये लोग माहिर होते हैं. उन्हें प्रणाम.' दूसरे यूजर ने लिखा, 'क्या खूब मनमोहक रचना है. मैं सभी क्रिएटिव माइंड को सलाम करता हूं, उन्होंने बेकार सामग्री का इस्तेमाल किया.'