अक्सर कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को खुश रखने और उनको मोटिवेट करने के लिए तरह-तरह के तरीके आजमाती हैं. एक शोध में इस बात का खुलासा भी हुआ था कि, ऑफिस में कर्मचारियों का खुश रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे ऑफिस की प्रोडक्टिविटी लेवल यानी उत्पादन पर बहुत अधिक फर्क पड़ता है. हाल ही में इसी वजह से एक फर्म सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो गई है. इसके पीछे की वजह है, कंपनी का एक फैसला.
ये है मामला
दरअसल, इन दिनों इंटरनेट पर ट्रोल हो रही ये फर्म चीन की है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (South China Morning Post) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक चाइनीज कंपनी (Chinese company) को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कंपनी ने महिला कर्मचारियों (female employees) से कहा कि उन्हें अब से मेकअप लगाकर ऑफिस आना है, ताकि पुरुष सहकर्मी काम करने के लिए प्रेरित हो सकें. बताया जा रहा है कि, 30 नवंबर को शेन्जेन (Shenzhen) सिटी की एक कंपनी के एग्जिक्यूटिव ऑफिसर लुओ ने महिला कर्मचारियों के साथ वीचैट पर मीटिंग की थी, जिसमें पांच महिला कर्मचारी शामिल थीं. इस बीच बॉस द्वारा ये मैसेज (message) दिया गया था.
बोनस काटने की दी धमकी
महिला कर्मचारियों की टीम को भेजे गए मैसेज में कंपनी के एग्जिक्यूटिव लुओ ने लिखा था कि, 'महिलाएं कृपया हमारी टीम को प्रेरित करने के लिए दिसंबर से काम पर मेकअप करके आएं, ताकि पुरुष सहकर्मी महिलाओं को दोपहर की चाय पिलाने के लिए क्राउडफंडिंग करेंगे.' जब इस मैसेज पर महिला कर्मचारियों ने कोई रिएक्शन नहीं दिया, तो एग्जिक्यूटिव लुओ ने थोड़ी देर बाद एक और मैसेज भेजा जिसमें लिखा था कि, 'कृपया मैसेज मिलने पर जवाब दें, नहीं तो आपका परफॉर्मेंस बोनस काट दिया जाएगा.'
वायरल हुए मैसेज के स्क्रीनशॉट
बताया जा रहा है कि, महिला सहकर्मी की एक दोस्त (जो कि एक इंफ्लुएंसर है) ने कंपनी के एग्जिक्यूटिव लुओ के मैसेज के स्क्रीनशॉट्स को इंटरनेट पर शेयर कर दिया, जिसके बाद मामला गरमा गया, जिसके बाद कंपनी की बढ़चढ़ कर आलोचना होने लगी. चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों का गुस्सा देखते ही बन रहा था. लोग तरह-तरह के कमेंट्स करते हुए अपना गुस्सा जाहिर कर रहे थे.
कंपनी ने इस तरह दी सफाई
कंपनी के खिलाफ लोगों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए एग्जिक्यूटिव लुओ ने सफाई देते हुए कहा कि, उनका ये मतलब नहीं था. उनके मैसेज को गलत तरीके से पेश किया गया था. ये सिर्फ एक मजाक था. यही वजह है कि, हमनें इसे हटा भी दिया है. टीम के बीच ऐसे मस्ती-मजाक अक्सर होते रहते हैं. कंपनी की तरफ से दी गई सफाई पर एक सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा, 'मुझे तो ये कहीं से भी मजाक नहीं लगता है.' दूसरे यूजर ने लिखा, 'अगर टीम को प्रेरित ही करना है, तो पुरुष कर्मचारियों को वर्कआउट करने के लिए कहें, न की महिलाओं को मेकअप करने के लिए.'