अद्भुत: तीन महादेशों के कलाकारों ने  'श्री हनुमान चालीसा' गाया, सुनने के बाद आप भी कहेंगे- जय हनुमान!

 “श्री हनुमान चालीसा” के मुख्य गायक राज मोहन के अनुसार हार्ड रॉक वर्जन में हनुमान चालीसा का निर्माण अपने आप में बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है. चौथी पीढ़ी का गिरमिटिया वंशज होने के नाते मैं भी जनता हूं कि जब भी हमारे पूर्वजों पर कोई विपति आई उनका सहारा “हनुमान चालीसा “ होता था.

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कहा जाता है कि भगवान हनुमान सबका कल्याण करते हैं. जब भी हमें कष्ट, दुख या परेशानी होती है तो हम हनुमान चालीसा गाते हैं और सुनते हैं. यूट्यूब पर यह सबसे ज़्यादा सुने जाने वाला गाना बन चुका है. बजरंगबली की भक्ति में श्रद्धालु हमेशा लीन रहते हैं. देश और दुनिया भर के श्रद्धालु श्री हनुमान का ध्यान लगाते हैं. अभी हाल ही में देश से दूर तीन महादेशों के कलाकार ने साथ मिलकर  “श्री हनुमान चालीसा” का रॉक वर्जन सोशल मीडिया पर रीलीज़ किया है. यह बहुत ही ज़्यादा एनर्जेटिक गाना है. सुनने के बाद आपके अंदर जोश आ जाएगा. देखा जाए तो वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मज़बूत करता है ये गाना. इस गाने को सुनने के बाद सोशल मीडिया पर यूज़र्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.

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इस हनुमान चालीसा को रामनवमी और हनुमान जयंती के अवसर पर रिलीज़ किया गया है. इसे विदेशों में रह रहे गिरमिटिया वंशज द्वारा गाया गया है. “दायरा म्यूजिक” (यूरोपियन बैंड) के चैनल से इस गाने को रिलीज़ किया गया है. इसे बनाने में मुख्यतः राज मोहन जो नीदरलैंड वासी चौथी पीढ़ी के गिरमिटिया वंशज हैं , मानव-डी जो सूरीनाम वासी पांचवीं पीढ़ी के गिरमिटिया वंशज और बिहार के आरा निवासी फिल्मकार देवेन्द्र सिंह हैं. इस हनुमान चालीसा का म्यूजिक कम्पोजीशन यूरोप में हुआ है जबकि इसकी शूटिंग भारत  , नीदरलैंड (यूरोप ) और सूरीनाम(दक्षिण अमेरिका) में हुई है.

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“श्री हनुमान चालीसा” दायरा म्यूजिक के मुख्य रैप गायक मानव-डी का कहना है कि आज से ठीक डेढ़ सौ साल पहले 1883 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से मेरे पूर्वजों को गिरमिटिया मजदूर बनाकर समुद्री जहाज से सुरीनाम पहुंचाया गया था. उन्हें ये कहा गया था कि वो श्रीराम के जन्मभूमि जा रहे हैं, मगर ऐसा नहीं था. भले ही गिरमिटिया मज़दूरों को विदेश में ले जाया गया, मगर वो अपनी संस्कृति नहीं भूले और ना ही भारत से प्रेम. आज भी देखा जा सकता है कि विश्व पटल पर कई ऐसे देश हैं, जहां भारतीय संस्कृति का बोलबाला है.

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 “श्री हनुमान चालीसा” के मुख्य गायक राज मोहन के अनुसार हार्ड रॉक वर्जन में हनुमान चालीसा का निर्माण अपने आप में बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है. मेरे शिष्य मानव-डी ये आईडिया लेकर मेरे पास आये थे! चौथी पीढ़ी का गिरमिटिया वंशज होने के नाते मैं भी जनता हूं कि जब भी हमारे पूर्वजों पर कोई विपति आई उनका सहारा “हनुमान चालीसा “ होता था. हमने इसमे हनुमान जी के विकट रूप को ध्यान में रख कर संगीत और विडियो का निर्माण किया है. वैसे भी अभी पूरा विश्व तरह तरह की उलझनों में हैं हनुमान जी की दया दृष्टि रही तो पूर्ण विश्व में स्थायित्व एवं शांति स्थापित होगी.

भारत में दायरा म्यूजिक के प्रोडक्शन और मीडिया हेड देवेन्द्र सिंह के अनुसार,  अभी तक हनुमान चालीसा को इतने बड़े लेवल पर नहीं बनाया गया है. इस गाने को बनाने का मकसद था कि पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति को पहुंचाया जाए. इस वीडियो में कलाकारों से लेकर म्यूज़िक का ध्यान रखा गया है.

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