एयरपोर्ट के Sign बोर्ड की Photo हुई वायरल, लिखा था - ‘कार्पेट खाना सख्त मना है', जानिए क्या है सच्चाई

ये एक असल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई फोटो है, जो 2015 से सर्कुलेट हो रही है. ये 2019 में भी वायरल हुई थी. AAI ने उस दौरान भी इस मुद्दे को उठाया था.

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एयरपोर्ट के Sign बोर्ड की Photo हुई वायरल, लिखा था - ‘कार्पेट खाना सख्त मना है', जानिए क्या है सच्चाई

हवाई अड्डे के एक साइन बोर्ड की फोटो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है. जिस पर लिखे गए शब्दों का मतलब पढ़कर आपको हंसी आ जाएगी. दरअसल, बोर्ड पर हिन्दी में लिखा गया है कि ‘फर्श पर खाना सख्त मना है'. वहीं, इस लाइन का इंग्लिश में अनुवाद करते समय कुछ ऐसी गलती हो गई, जिसके बाद यह फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी और अब इस तस्वीर को लेकर सरकार की आलोचना की जा रही है.

फोटो में आप देख सकते हैं कि बोर्ड पर अंग्रेजी अनुवाद करके लिखा गया है कि ‘Eating Carpet Strictly Prohibited' जिसका अर्थ है ‘कार्पेट खाना सख्त मना है'. अब इसी गलत अनुवाद को लेकर हो रही सरकार की आलोचना के बाद उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Aviation Minister Hardeep Singh Puri) का एक बयान सामने आया है.

हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘आप सभी लोग सुनिए. ये एक असल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई फोटो है, जो 2015 से सर्कुलेट हो रही है. ये 2019 में भी वायरल हुई थी. AAI ने उस दौरान भी इस मुद्दे को उठाया था. आइए हम सब इस तरह की चीजों को बाहर लाने से पहले थोड़ी सावधानी बरतें. नकली तस्वीरें और मॉर्फ्ड तस्वीरें उन लोगों के लिए अच्छी नहीं हैं जो इन्हें पोस्ट कर रहे हैं'.

उड्डयन मंत्री का ये बयान एक ट्विटर यूजर द्वारा शेयर की गई इस तस्वीर के बाद आया है. जिसमें कहा गया कि इस गलती को सुधारने के लिए AAI को कांग्रेस नेता शशि थरूर की मदद की जरूरत है. यूजर के इस ट्वीट पर शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि ‘यह असंशोधनीय (जिसका सुधार न हो सके) है'.

समाचार वेबसाइट यूपीआई के मुताबिक, यह तस्वीर 2015 में बिजनेसमैन जस्टिन रॉस ली द्वारा खींची गई थी, जिन्होंने इसे फेसबुक पर शेयर किया था. उनके पोस्ट के मुताबिक, यह तस्वीर चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की है.

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2019 में एक्ट्रेस शबाना आजमी ने भी इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को शेयर किया था, जिसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने इसे फेक करार दिया था. साल 2015 से यह तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर को लेकर AAI ने लोगों से अपील भी की थी कि बिना जांच पड़ताल के वो ऐसी कोई भी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर ना करें.

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