तमिलनाडु में AI बना हाथियों का रक्षक, अब तक 6,592 हाथियों को सुरक्षित रेल ट्रैक पार कराया

AI saves elephants: तमिलनाडु के मदुक्करई में AI-संचालित सिस्टम ने रेल ट्रैक पर हाथियों की जान बचाने का रिकॉर्ड बनाया, अब तक एक भी हादसा नहीं.

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वर्ल्ड एलिफेंट डे पर तमिलनाडु का तोहफ़ा, हर हाथी सुरक्षित

Railway track elephant safety: तमिलनाडु में तकनीक और समर्पण का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. मदुक्करई, कोयंबटूर में हाथियों के परिवार अब रेल की पटरियां सुरक्षित पार कर रहे हैं और इसके पीछे है AI-पावर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम. दरअसल, तमिलनाडु में AI तकनीक और वन विभाग की मेहनत ने अब तक 6,592 हाथियों को सुरक्षित रेल ट्रैक पार कराया है. यह पहल वन्यजीव संरक्षण में एक बेहतरीन उदाहरण बन गई है.

हाथियों की सुरक्षा (safe elephant crossings)

तमिलनाडु वन विभाग ने X (ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें हाथियों का एक परिवार शांतिपूर्वक रेलवे ट्रैक पार करता नजर आ रहा है. विभाग ने बताया कि नवंबर 2023 से अब तक 6,592 बार हाथी बिना किसी दुर्घटना के ट्रैक पार कर चुके हैं. वन विभाग के मुताबिक, इस सिस्टम में 12 टावर और 24 थर्मल कैमरे लगाए गए हैं, जो दिन-रात निगरानी करते हैं. 25 वनकर्मी, ट्रैक वॉचर, गार्ड और लोको पायलट इस मिशन का हिस्सा हैं. जैसे ही ट्रैक पर हाथियों की मौजूदगी का संकेत मिलता है, ट्रेन को तुरंत रोकने का अलर्ट भेजा जाता है.

रेल ट्रैक पर हाथी (AI se elephant bachaye)

विभाग ने पोस्ट में लिखा, जब तकनीक और प्रतिबद्धता मिलते हैं, तो चमत्कार होते हैं. तमिलनाडु ने दिखाया कि हर हाथी की जिंदगी मायने रखती है. इस वीडियो को IAS अधिकारी सुप्रिया साहू ने भी रीपोस्ट किया और कहा, वर्ल्ड एलिफेंट डे पर हाथियों के लिए इससे बेहतर तोहफ़ा क्या हो सकता है, जितना कि उन्हें सुरक्षित जीवन देना. उन्होंने बताया कि नवंबर 2023 से अब तक रेल ट्रैक पर किसी भी हाथी की मौत नहीं हुई है.

AI से हाथियों की निगरानी (AI se elephant bachaye) 

साहू ने आगे लिखा, इन खूबसूरत हाथी परिवारों के लंबे समय तक जीवित रहने के लिए हमें ऐसे और प्रयास करने होंगे. हर साल 12 अगस्त को वर्ल्ड एलिफेंट डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में हाथियों के संरक्षण को बढ़ावा देना है. तमिलनाडु का यह प्रयास इस दिशा में एक मिसाल बनकर उभरा है. तमिलनाडु में AI तकनीक और वन विभाग की मेहनत ने अब तक 6,592 हाथियों को सुरक्षित रेल ट्रैक पार कराया है. यह पहल वन्यजीव संरक्षण में एक बेहतरीन उदाहरण बन गई है.

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