60 साल की नेत्रहीन हथिनी की स्थिति बहुत ही ख़राब है. हथिनी के शरीर कुपोषित हैं. वो बेहद कमज़ोर है और गठिया रोग से पीड़ित भी है. जानकारी के मुताबिक हथिनी से भीख मंगवाया जाता था और शादी में प्रयोग किया जाता था. वर्तमान में हथिनी की स्थिति बेहद दयनीय है. हथिनी का नाम 'जिंजर' है. फिलहाल जिंजर की उम्र ज़्यादा है. इस कारण उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वाइल्डलाइफ एसओएस के सीईओ और सह-संस्थापक, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा- हम इस नेत्रहीन और वृद्ध हथिनी की नाजुक स्थिति को देखकर दुखी हैं. मैं उत्तर प्रदेश के वन विभाग का आभारी हूं. उन्होंने समय पर हथिनी को पहुंचाकर बहुत ही अच्छा किया है.
नेत्रहीन और वृद्धावस्था की शिकार हथनी गंभीर रूप से कुपोषित है, उसके शरीर पर पुराने घाव है और वह गठिया रोग से भी पीड़ित है. सड़कों पर अधिक चलने के कारण उसके फुटपैड इस हद तक खराब हो गए हैं कि नाजुक फुटपैड अलग होने की कगार पर हैं, यह एक बहुत ही दर्दनाक स्थिति है, जहाँ हथनी को चलने या खड़े होने में भी असहनीय रूप से दर्द होता है.