21 साल के संकेत अपने पिता के साथ पान बेचते थे, मेडल लाकर देश का नाम रौशन किया, पढ़ें पूरी कहानी

कहते हैं सफ़लता उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है.  भारत को अपना पहला पदक (India's First Medal at CWG 2022) वेटलिफ्टर संकेत महादेव ने ये साबित भी कर दिया. वेट लिफ्टिंग से पहले संकेत (Weightlifting) अपने पापा के साथ पान की दुकान में काम करते थे.

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कहते हैं सफ़लता उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है.  भारत को अपना पहला पदक (India's First Medal at CWG 2022) वेटलिफ्टर संकेत महादेव ने ये साबित भी कर दिया. वेट लिफ्टिंग से पहले संकेत (Weightlifting) अपने पापा के साथ पान की दुकान में काम करते थे. उनकी कहानी लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आ रही है. भारत को पली सफ़लता दिलवाने वाले संकेत ने 55 किलोग्राम कैटेगरी में स्नैच में 113kg और क्लीन एंड जर्क में 135kg यानी कुल 248kg वजन उठाकर सिल्वर अपने नाम किया. सबसे दुर्भाग्य ये रहा कि वह 1 किलोग्राम के कारण गोल्ड मेडल से चूक गए.

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 संकेत इतनी उपलब्धि पाने से पहले अपने पिता की दुकान में काम करते थे. घर का खर्चा चलाने के लिए संकेत के पिता पान की दुकान चलाते थे.

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21 वर्षीय संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले हैं. वह इस बार गोल्ड मेडल के हकदार थे, मगर 1 किलोग्राम से वो पिछड़ गए और उन्हें सिल्वर से ही काम चलाना पड़ा. इस सफलता के कारण देश और दुनिया में उनका नाम रौशन हो रहा है.

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