जहाज के मलबे से मिला 2 हज़ार साल पुराना Computer,दुनिया का पहला कंप्यूटर देख वैज्ञानिक भी रह गए हैरान

शोधकर्ताओं ने सिद्धांत दिया कि यह उपकरण संकेंद्रित वलयों पर सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की चाल को ट्रैक करता है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
जहाज के मलबे से मिला 2 हज़ार साल पुराना Computer,दुनिया का पहला कंप्यूटर देख वैज्ञानिक भी रह गए हैरान
जहाज के मलबे से मिला 2 हज़ार साल पुराना Computer

क्या आप जानते हैं कि दुनिया का पहला कंप्यूटर (Worlds First Computer) 2 हज़ार साल पुराना है. वैज्ञानिक 2,000 साल पुराने इस अत्यंत जटिल उपकरण की खोज से हैरान हैं, जिसे एंटीकाइथेरा तंत्र (Antikythera mechanism) के नाम से जाना जाता है, जिसे "पहला कंप्यूटर" कहा जाता है. हाथ से चलने वाले इस उपकरण ने सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की आकाशीय गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए एक विंड-अप प्रणाली का उपयोग किया. यह एक कैलेंडर के रूप में भी कार्य करता था, जो चंद्रमा के चरणों और ग्रहणों के समय को चिह्नित करता था. 

अपने सरल उद्देश्य के बावजूद, यह तंत्र अगले हज़ार वर्षों में बनाए गए किसी भी अन्य उपकरण की तुलना में अधिक उन्नत था. यह खगोलीय कैलेंडर (Astronomical Calendar) 1901 में एक ग्रीक जहाज़ (Greek shipwreck) के मलबे में पाया गया था और बीजीआर की रिपोर्ट के बाद से यह शोधकर्ताओं को भ्रमित कर रहा है. वैज्ञानिकों (Scientists) में इसे लेकर काफी उत्सुकता बनी हुई है.

वर्तमान में, एंटीकाइथेरा तंत्र 82 अलग-अलग टुकड़ों में है, इसकी मूल संरचना का केवल एक तिहाई हिस्सा शेष है, जिसमें 30 संक्षारणित कांस्य गियरव्हील शामिल हैं. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने डिवाइस के काम करने के तरीके को उजागर करने के लिए 3डी कंप्यूटर मॉडलिंग का उपयोग किया और इसे "प्रतिभा की रचना" बताया.

Advertisement

यूसीएल के सामग्री वैज्ञानिक एडम वोजिक ने कहा, "हमारा मानना ​​है कि हमारा पुनर्निर्माण उन सभी सबूतों पर फिट बैठता है जो वैज्ञानिकों ने आज तक मौजूदा अवशेषों से प्राप्त किए हैं."

Advertisement

शोधकर्ताओं ने सिद्धांत दिया कि यह उपकरण संकेंद्रित वलयों पर सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की चाल को ट्रैक करता है, जो प्राचीन यूनानी मान्यता को दर्शाता है कि ये खगोलीय पिंड पृथ्वी के चारों ओर घूमते हैं. जैसा कि वैज्ञानिक रिपोर्टों में बताया गया है, "इस जटिल 3डी पहेली को सुलझाने से बेबीलोनियाई खगोल विज्ञान, प्लेटो की अकादमी के गणित और प्राचीन यूनानी खगोलीय सिद्धांतों से प्रतिभा-संयोजन चक्रों के निर्माण का पता चलता है."

Advertisement

ये Video भी देखें:

Featured Video Of The Day
Mohalla Clinic Vs Arogya Mandir: आरोग्य मंदिर पर Kejriwal की पार्टी ने BJP को घेरा | Delhi Politics
Topics mentioned in this article