जब कोई इंसान किसी हादसे का शिकार होता है तो उसे उबरने में काफी वक्त लग जाता है. कोई भी हादसा इंसान के दिल-दिमाग पर अपनी गहरी छाप छोड़ देता है. किसी की जान जाने पर सड़क हादसे में शामिल शख्स को ये पछतावा तो रहता ही है कि कहीं उसकी वजह से तो किसी की जान नहीं चली गई. इन दिनों एक पाकिस्तानी महिला अजीब वजह से चर्चा में है. महिला ने लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए दो लोगों को कुचल दिया. इस घटना में दोनों लोगों की मौत हो गई. इसके बाद जो भी महिला के चेहरे पर कोई पछतावा नहीं दिखा बल्कि वो मुस्कुराती हुई दिखी. बस फिर क्या था, महिला का ये रवैया देख लोगों का पारा सातवें आसमान पर जा चढ़ा.
2 लोगों की मौत पर भी मुस्कुराती रही महिला
सड़क हादसे में आरोपी महिला का एक वीडियो सामने आया. जिसमें वो दुर्घटना के बाद मुस्कुराते हुए धमकियां दे रही है. महिला के चेहरे पर दो लोगों की मौत का कोई अफसोस तक नहीं दिख रहा. 19 अगस्त को, नताशा दानिश, जो कि पाकिस्तान के जाने-माने व्यवसायी दानिश इकबाल की पत्नी हैं. वो करसाज़ रोड पर टोयोटा लैंड क्रूजर चला रही थीं, लेकिन टर्न लेते हुए अगले ही पल उसकी कार ने मोटरसाइकिल और गाड़ियों में टक्कर मार दी. इस हादसे में पिता और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं कम से कम चार अन्य घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया.
हादसे के बाद लोगों को धमकाती नजर आई
एमएम न्यूज के अनुसार, हादसे के शिकार हुए लोगों के परिवार ने बताया कि पीड़ितों में से एक अब वेंटिलेटर पर है. इस जानलेवा सड़क हादसे के बाद भी नताशा का व्यवहार ऐसा था, जिस पर इंसानियत भी शर्मा जाए. एक्स पर शेयर किए गए फुटेज में नताशा को गुस्साई भीड़ से घिरा हुआ दिखाया गया है, लेकिन इसके बावजूद वो मुस्कुरा रही है और अपने परिवार के प्रभाव के बारे में शेखी बघार रही है. उसे यह कहते हुए सुना जा सकता है, "तुम मेरे बाप को नहीं जानते."
महिला को मुस्कुराते देख भड़के लोग
महिला का ये रवैया देख हर कोई गुस्से से तिलमिला गया. जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर महिला को जमकर सुनाया. किसी ने कहा, "नशे में गाड़ी चलाते हुए गरीब और निर्दोष पिता और बेटी की हत्या करते हुए, उसके चेहरे पर शैतानी मुस्कान सब कुछ बयां कर रही है, अरे आम और गरीब पाकिस्तानी 'तुम जानते हो मैं कौन हूं'."
अदालत में पेश ना होने के लिए बनाया बहाना
नताशा दानिश ने दुर्घटना के बाद मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का हवाला देते हुए अदालत में पेश होने से परहेज किया. उनके वकील आमिर मंसूब ने दावा किया कि नताशा का मानसिक स्वास्थ्य "स्थिर नहीं" था, और उनका इलाज जिन्ना अस्पताल में चल रहा था. हालांकि, अस्पताल के रिकॉर्ड ने इस दावे का खंडन किया. नताशा को स्वस्थ घोषित कर दिया गया था.