पाकिस्तान के थलसेना प्रमुख (COAS) जनरल असीम मुनीर ने कहा है कि 9 मई को देश में हुई 'सोची-समझी और सुनियोजित दुःखद घटनाएं', जिस दिन सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए, को किसी भी कीमत पर दोबारा नहीं होने दिया जाएगा. यह ख़बर ARY न्यूज़ ने दी है.
सियालकोट गैरिसन के दौरे में सेनाप्रमुख ने कहा, "किसी को भी हमारे शहीदों और उनके स्मारकों का अनादर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी... वे हमारे सशस्त्र बलों के हर सैनिक, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सरकारी अधिकारियों और पाकिस्तान की जनता के लिए प्रेरणा और गर्व के स्रोत हैं..."
इंटर-सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशन्स (ISPR) के अनुसार, थलसेनाध्यक्ष असीम मुनीर ने सियालकोट गैरिसन का दौरा किया और देश के गौरव और सम्मान के लिए प्राणों की आहुति देने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की.
ARY न्यूज़ के मुताबिक, जनरल असीम मुनीर ने कहा कि मारे गए लोगों को "शर्तिया जन्नत में जगह मिलेगी और वे पाकिस्तान के लोगों से उच्चतम स्तर का सम्मान पाते रहेंगे..."
COAS जनरल असीम मुनीर ने आगे कहा कि पाकिस्तान और उसके सशस्त्र बल हमेशा देश के लिए मारे गए लोगों और उनके परिवारों को ऊंचा दर्जा देंगे और उन्हें और उनके सर्वोच्च बलिदान को अत्यंत सम्मान और गरिमा के साथ याद रखना जारी रखेंगे.
ARY न्यूज़ के अनुसार, सेनाप्रमुख ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हाल ही में सुनियोजित दुःखद घटनाओं को किसी भी कीमत पर दोबारा नहीं होने दिया जाएगा. COAS ने समूची सेना को आश्वस्त किया कि 'ब्लैक डे 9 मई' पर देश को शर्मसार करने के लिए ज़िम्मेदार सभी लोगों को कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा.
उन्होंने कड़ी मेहनत, समर्पण, उच्च मनोबल और व्यावसायिकता के लिए अंडर-कमांड संरचनाओं की भी सराहना की. सेनाप्रमुख ने कहा, "सशस्त्र बल अपने प्रतिष्ठानों की पवित्रता और सुरक्षा का उल्लंघन करने या तोड़फोड़ करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे और 9 मई के काले दिवस पर साज़िश रचने वालों, भड़काने वालों और तोड़फोड़ करने वालों को इंसाफ के कठघरे में खड़ा करने का संकल्प लेते हैं..."