- भारत ने ट्रंप के पूर्व सलाहकार जेसन मिलर को भारत हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया है.
- जेसन मिलर ने वाशिंगटन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और सोशल मीडिया पर उनकी फोटो साझा की है.
- ट्रंप ने भारत के आयातों पर पचास प्रतिशत टैरिफ लगाए हैं, जिससे भारत-अमेरिका के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं.
भारत और अमेरिका के बीच जारी टैरिफ विवाद के बीच, पॉलिटिकल लॉबिस्ट जेसन मिलर ने एक ऐसी फोटो शेयर की है जो भारत में कई लोगों को सुकून देने वाली हो सकती है. मिलर ने वाशिंगटन में राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास पर डोनाल्ड ट्रंप समेत बाकी लोगों से मुलाकात की है. मिलर उस लॉबिंग फर्म के मुखिया हैं जिन्हें भारत सरकार की तरफ से कुछ महीनों पहले ही अप्वाइंट किया गया है. उनकी नियुक्ति का मकसद ट्रंप प्रशासन तक कूटनीतिक पहुंच बढ़ाना है.
ट्रंप के साथ पोस्ट की फोटो
जेसन मिलरने ऐसे समय में ट्रंप से मुलाकात की है जब अमेरिकी टैरिफ के बाद भारत और अमेरिका के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं. मिलर ने व्हाइट हाउस से एक फोटो शेयर की और लिखा कि वाशिंगटन में उनका 'एक शानदार हफ्ता' बीता. उन्होंने बताया कि उनकी वॉशिंगटन यात्रा का समापन राष्ट्रपति को काम करते हुए देखने के साथ हुआ. उन्होंने एक्स पर ट्रंप के साथ एक तस्वीर के साथ लिखा, 'वाशिंगटन में शानदार हफ्ता रहा जहां इतने सारे दोस्त शहर में थे और सबसे बढ़कर, हमारे राष्ट्रपति को काम करते हुए देखने का मौका मिला! शानदार काम करते रहो.'
भारत-अमेरिका के तनावपूर्ण संबंध
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में तब से तनावपूर्ण हो गए हैं जब से ट्रंप ने भारतीय आयातों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी. ट्रंप ने भारत ने रूसी तेल की निरंतर खरीद का हवाला देते हुए उस पर यूक्रेन में मास्को के युद्ध को अप्रत्यक्ष तौर पर वित्तपोषित करने का आरोप लगाया था. भारत ने इस कदम को 'अनुचित, अनुचित और अतार्किक' बताया है. मिलर्स की कंपनी SHW Partners LLC है.
इस साल अप्रैल में, भारत सरकार ने ट्रंप के पूर्व सलाहकार जेसन मिलर की अध्यक्षता वाली लॉबिंग फर्म SHW पार्टनर्स LLC के साथ साझेदारी की थी. कहा जाता है कि इस फर्म को लॉबिंग के लिए भारतीय मिशन की तरफ से 18 लाख डॉलर अदा किए गए और एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया गया. मिलर ने यह नहीं साफ किया है कि ट्रंप के साथ उनकी मुलाकात का एजेंडा क्या था.
ट्रंप के करीबी मिलर
मिलर, ट्रंप के करीब हैं और राष्ट्रपति उन पर काफी भरोसा करते हैं. वह वाशिंगटन में भारतीय हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक रजिस्टर्ड विदेशी एजेंट भी हैं. कई सार्वजनिक खुलासों के तहत मिलर ने कई मौकों पर भारत सरकार की ओर से पैरवी की है. पेशे से एक कम्युनिकेशन स्ट्रेटेजिस्ट जेसन मिलर और ट्रंप साल 2011 से एक-दूसरे को जानते हैं. उस समय ट्रंप चुनाव लड़ने के बारे में सोच रहे थे. यह मिलर ही थे जिन्होंने ट्रंप के साल 2016 में चुनावी कैंपेन की रणनीति बनाई थी.
साथ ही उन्हें ट्रंप के पहले दौर में उन्हें मिली जीत के बाद उनके चीफ स्पोक्सपर्सन के तौर पर माना गया था. साल 2020 में मिलर ट्रंप रि-इलेक्शन कैंपेन के सलाहकार बने. साल 2021 में कैपिटल हिल दंगों के बाद ट्रूथ सोशल के जरिये ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ट्रंप की वापसी की थी और यह मिलर की ही रणनीति थी. मिलर ने तब ऐलान किया था कि ट्रंप का प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल, 'पूरी तरह से गेम चेंजर' साबित होगा.
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