VIDEO: लेबनान में ग्राउंड जीरो पर मौजूद एनडीटीवी, जानिए इस वक्त कहां कितने बुरे हालात

इजरायल के हमलों से लेबनान में भी हालात बुरे हो चुके हैं. एक तरफ गाजा पहले ही बड़े मानवीय संकट से जूझ रहा है. वैसे ही हालात अब लेबनान में भी नजर आ रहे हैं. लेबनान में कहां कैसे हालात है, एनडीटीवी की इस ग्राउंड रिपोर्ट में विस्तार से जानिए?

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ईरान के हमले के बाद इजरायल ने लेबनान में हमले तेज कर दिए हैं. इजरायल लेबनान में जमीनी सैन्य कार्रवाई करने से भी नहीं चूक रहा. हालांकि इजरायल की राह इतनी भी मुश्किल नहीं, लेबनान में घुसते ही कई इजरायली सैनिक मारे जा चुके हैं. वहीं लेबनान में भी अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है. इजरायल पिछले कई दिनों से लेबनान में भारी हवाई हमले कर रहा है. उसका कहना है कि इस कार्रवाई में हिज्बुल्लाह के सदस्यों और ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है. इजरायली हमलों के कारण लेबनान में भारी तबाही हुई है. लेबनान में विस्थापित लोगों की कुल संख्या लगभग 12 लाख हो गई है.

दाहिए में इजरायल की घातक बमबारी

एनडीटीवी रिपोर्ट की टीम इस वक्त लेबनान में मौजूद है. इस वक्त एनडीटीवी के रिपोर्टर मोहम्मद गजाली राजधानी बेरूत से रिपोर्टिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लेबनान में इस वक्त हालात बेहद तनावपूर्ण भी है और साथ ही साथ यहां पर संडे होने की वजह से सारे सरकारी दफ्तर बंद हैं. पश्चिमी बेरूत में पहाड़ों पर एक इलाका है जिसको दाहिए कहते हैं. इस इलाके में कई दिनों से इजरायल की तरफ से बमबारी की जा रही है. अब यहां पर हालात इसलिए कंफ्यूजन वाले भी बन गए हैं क्योंकि बेरूत शहर के इलाकों में भी नॉर्थ और साउथ बेरूत दोनों ही इलाकों में हमले हो रहे हैं. नतीजतन कई लोग जो हैं वो विस्थापित हुए हैं, वो बेरूत में आकर यहां के होटलों में रुक रहे हैं.

लेबनान में क्यों बने सीरिया जैसे हालात

इजरायल ने ये घोषणा की थी कि आप इन घरों को छोड़ दें, क्योंकि वहां हिज्बुल्लाह के लोग रहते हैं. बेरूत का जो इकलौता एयरपोर्ट है, उसके आसपास भी काफी हमले हुए, जिससे एयरपोर्ट के पास की सड़के भी खराब हो गई. गौर करने वाली बात ये है कि साल 2011 में जब अरब स्प्रिंग शुरू हुआ था तो खास कर के सीरिया में जब विरोध प्रदर्शन उनके राष्ट्रपति बशर अल असाद के खिलाफ शुरू हुआ तो वहां पर बशर अल-असाद और रूस ने मिलकर सिविलियन इलाकों में बम गिराए थे. उस वक्त सीरिया में बमबारी से मर रहे थे. उस वक्त जो सीरिया छोड़कर भागे थे, वो लेबनान में आकर बसे थे. लेबनान में फिर दस बारह साल बाद वैसे ही हालात बन गए हैं जैसे सीरिया में बन गए थे.

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लोगों के भागने का रास्ता भी बम से उड़ाया

अब हो ये रहा कि लोग दोबारा सीरिया की तरफ जा रहे हैं और इस बीच इजरायल ने सीरिया और लेबनान के बीच की उस सड़क पर दोबारा बम गिरा दिया है, जिससे सड़क भी नष्ट हो गई. अब इस जगह पर लोगों की लंबी कतारें लगी है. दाहिए को इजरायल का गढ़ माना जाता है, जहां से हिज्बुल्लाह के बड़े कमांडरों के मरने की खबर भी आ रही है. इजरायल बार बार कह रहा है कि उसने हिज्बुल्लाह के अलग अलग कमांडरों को मौत के घाट उतार दिया है. आपको बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर के दिन हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस बीच खबर ये आ रही है कि इसी दिन इजरायल ईरान पर भी हमला कर सकता है.

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लेबनान के लोगों में डर, हर जगह बुरे हालात

लेबनान की तरफ से जो हमले किए जा रहे हैं, उनकी जद में लोग और रिहायशी इलाके आ रहे हैं. जो कि इजरायल के लिए बड़ा झटका है. वहीं इजरायल पर हमास हमले का एक साल पूरा हो गया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि ईरान पर इजरायल आज के दिन हमले कर सकता है. इसलिए लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है. लेबनान में हमलों के बीच लोगों बचने के लिए सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं. ऐसे हालातों में लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा कि वो कहां जाए. लोगों के दिमाग में यही सवाल है कि आगे क्या होगा.

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