पाकिस्तान-ईरान में तनाव की वजह कौन? जानें- Jaish al-Adl ने कब-कब किया हमला

जैश अल अदल जिसे ईरान के लोग जैश अल जहन्नम भी कहते हैं.. ये एक आतंकी संगठन है. इस संगठन की स्थापना 2012 में हुई थी.

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नई दिल्ली:

ईरान और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच एयर स्ट्राइक से दोनों देशों के बीच तनाव देखने को मिल रहा है. ये तनाव उस समय हुई है जबकि हाल ही में ईरान के विदेश मंत्री की मुलाकात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से दावोस में हुई है. साथ ही एक साथ ईरान और नेवी ने भी समुद्र में एक साथ ताकत दिखाई है. वहीं जैश अल अदल के 15 दिसंबर के साउथईस्ट ईरान पर हमले से 11 IRGC कमांडर की मौत हो गई थी. और कई लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद ईरान ने 16 जनवरी को जैश अल अदल के ठिकाने पर एयर स्ट्राइक की जिसका बदला पाकिस्तान ने ईरान पर एयर स्ट्राइक करके लिया है. 

आखिर क्या है जैश अल अदल आतंकी संगठन  जिसकी वजह से ईरान - पाकिस्तान के रिश्तों में खटास आई. और नौबत ये आ गई कि उच्च स्तरीय मीटिंग तक दोनों देशों के बीच रद्द हो गई.  साथ ही पाकिस्तान ने अपना राजदूत भी वापिस ईरान से बुला लिया. 

2012 में हुई थी जैश अल अदल की स्थापना

जैश अल अदल जिसे ईरान के लोग जैश अल जहन्नम भी कहते हैं.. ये एक आतंकी संगठन है. इस संगठन की स्थापना 2012 में हुई थी. जिसे ईरान, जापान, यूएस, आदि देश ने आतंकी संगठन घोषित किया है. इस संगठन का उद्देश्य सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत को आज़ाद कराना है. इसमें कई सदस्य ईरानी है आरोप लगाया जाता है कि पाकिस्तान ने इन्हें अपने क्षेत्र में जगह दी. और वो वहां से ये मुहिम चला रहा. ये अल कायदा के साथ भी जुड़ा हुआ है.  सिस्तान बॉर्डर पर एंटी ईरान ग्रुप अनसार उल फूरकान के साथ भी इसका एलाइंस है. ये ईरानी बॉर्डर पर ईरानी कमांडर, बीएलए, बीएलएफ आदि को अपना निशाना बनाता है.

अब तक ईरान पर कितने अटैक कर चुका है जैश अल अदल?

 जैश अल अदल ने पहला हमला - 25 अगस्त 2012 को किया था जिसमें 10 IRGC कमांडर मारे गए थे. 

दूसरा हमला - जैश अल अदल का दूसरा हमला. - 25 अक्टूबर 2013 को सारावन शहर में हुआ था. जिसमें  सारावन शहर में 14 बॉडर गार्ड की मौत हो गई थी. 

ईरान का बदला - ईरान ने 14 बॉर्डर गार्ड का बदला अगले दिन ही 26 अक्टूबर को 16 बलूचिस्तानी कैदियों को फांसी दे दी.. (जिन्हें चरमपंथ और मादक पदार्थों की तस्करी का दोषी भी ठहराया गया था)

6 नवंबर 2013 - जैश अल अदल ने ईरान के  Zabol के chief prosecutor मुसा नूरी और उनके साथी की ओपन फायरिंग कर हत्या कर दी थी.

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2 दिसंबर 2013 - जैश अल अदल ने सारावन में चैक पोस्ट पर फिर से हमला किया जिसमें तकरीबन  3 से ज्यादा ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की मौत हो गई और कई घायल भी हुए. 

2 फरवरी 2014 - जैश अल अदल ने 5 ईरानी गार्ड को किडनेप कर लिया. 

अप्रैल 2014 - 5 में से  1 की हत्या कर दी गई और 4 गार्ड को अप्रैल 2014 में छोड़ा गया

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अक्टूबर 2014 - 3 ईरानी बॉर्डर गार्ड की हत्या कर दी गई.

6 अप्रैल 2015 - 8 ईरानी बॉर्डर गार्ड को सीमा पार से फायरिंग में मारा गया. 

अप्रैल 2018 - मिर्जावेह में एक पुलिस चौकी के पास एक विस्फोटक बम मारा जिसमें तीन ईरानी अधिकारी और तीन आतंकवादी मारे गए.

29 जनवरी 2019 - ज़ाहेदन शहर में ट्वीन बलास्ट किए जैस अल अद्ल ने कबूला जिसमें 3 ईरानी गार्ड की मौत हो गई.. 
13 फरवरी 2019 - ये सबसे बड़ा अब तक का हमला था जैश अल अदल का.. जिसमें उन्होंने बस में सुसाइड बम मारा जिससे IRGC के तकरीबन 27 गार्ड की मौत हो गई. और कई लोग घायल हुए.. 

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30 जून 2019 - ईरान के ज़ाहेदान के कुरिन में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के काफिले के खिलाफ एक विस्फोटक उपकरण विस्फोट हुआ

8 जुलाई 2023 को, समूह ने ज़ाहेदान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें दो पुलिस अधिकारी मारे गए. सभी चार हथियारबंद अपराधियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.

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16 जनवरी 2024 - इस समूह को ईरान की मिसाइल द्वारा निशाना बनाया गया था

18 जनवरी 2024 - पाकिस्तान ने साउथईस्ट ईरान पर हमला किया.. जिसमें तकरीबन 9 लोगों की मौत हो गई. 

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