क्या है बर्नर फोन, जिसका इस्तेमाल खुद को बचाने के लिए करता था हैप्पी पासिया, खासियत जानें

बर्नर फोन का इस्तेमाल ज्यादातर संवेदनशील बैठकों और बातचीत के लिए किया जाता है, ताकि ये बातें लीक न हों. लेकिन कुछ लोग इस फोन का इस्तेमाल अपने अवैध उद्देश्यों, जैसे आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के लिए भी करते हैं. हैप्पी पासिया भी कुछ ऐसा ही कर रहा था.

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बर्नर फोन की क्या है खासियत. (प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली:

पंजाब में 14  ग्रेनेड हमलों का आरोपी और 5 लाख का इनामी आतंकी हैप्पी पासिया (Happy Passia) अब अमेरिकी पुलिस की कस्टडी में है.  इसका सिर्फ नाम ही हैप्पी है, काम ऐसे कि पंजाब पुलिस के लिए ये सिरदर्द बना हुआ है. ये अपराधी इतना शातिर है कि खुद को छिपाने के लिए अलग-अलग देश के कोड वाले बर्नर फोन (Burner Phone) का इस्तेमाल करता था, ताकि NIA की ट्रैकिंग से बच सके. पासिया इसीलिए इन फोन का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी लोकेशन जांच एजेंसियों को पता न चल सके. पासिया गांव का रहने वाला हैप्पी साल 2021 में मैक्सिको बॉर्डर से होते हुए अवैध रूप से अमेरिका भाग गया था. इसे पहले कुछ महीनों तक वह UK में भी रहा था. यूके में ही कुछ साथियों ने उसे वर्नर फोन मुहैया करवाए थे. आखिर ये वर्नर फोन हैं क्या, डिटेल में जानिए.

बर्नर फोन क्या है?

बर्नर फोन एक सस्ता मोबाइल फोन है, जिसे अस्थायी, कभी-कभी सीक्रेट इस्तेमाल के लिए डिज़ाइन किया गया है. सीक्रेट इस्तेमाल के बाद इसे डिस्पोज किया जा सकता है. इनको बदला या फिर फेंका जा सकता है. बड़ी बात ये है कि इससे डेटा चोरी का खतरा बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल बर्नर फोन अनट्रेसेबल होते हैं. बर्नर प्रीपेड फोनों को कुछ समय के लिए बिना दस्तावेज दिए खरीदा जा सकता है. जबकि इनको कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों से बचने के लिए इसे कैश में भी खरीद सकते हैं.

कब होता है बर्नर फोन का इस्तेमाल?

बर्नर फोन का इस्तेमाल ज्यादातर संवेदनशील बैठकों और बातचीत के लिए किया जाता है, ताकि ये बातें लीक न हों. लेकिन कुछ लोग इस फोन का इस्तेमाल अपने अवैध उद्देश्यों, जैसे आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के लिए भी करते हैं, ताकि किसी को उनके मंसूबे पता न चल सकें.

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बर्नर फोन का क्या होता है?

बर्नर फोन को इस्तेमाल के बाद फेंका जा सकता है, लेकिन फिर भी बहुत से यूजर्स इनको अपने पास रख लेते हैं और लगातार इस्तेमाल करते रहते हैं.  सिर्फ गोपनीयता की जरूरत वाले लोग या कानून प्रवर्तन से बचने वाले लोग ही बर्नर फोन को इस्तेमाल के बाद फेंकते हैं या फिर बंद करते हैं. ये लोग कभी तो सिर्फ एक कॉल के बाद ही इसे डिस्पोज कर देते हैं. 
 

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