पाकिस्तान इन दिनों भीषण बाढ़ से जूझ रहा है. अभी तक बाढ़ की वजह से 1000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. पीएम मोदी ने पाकिस्तान में बाढ़ से बिगड़े हालात के बीच जान गंवाने वाले लोगों के प्रति कुछ दिन पहले ही संवेदना जताई थी. पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ ने बुधवार को देश में बाढ़ से बिगड़े हालात को लेकर एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं, बाढ़ के कारण मानव और भौतिक नुकसान पर संवेदना के लिए. इंशाअल्लाह हम इस आपदा से जल्द ही उभरेंगे और एक बार फिर जीवन और सुमदायो का पुनर्निर्माण करेंगे.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने पाकिस्तान में बाढ़ को लेकर एक ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में बाढ़ कहर बनकर सामने आई है. पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ के कारण अब तक एक हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, संपत्ति का भी काफी नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने पड़ोसी मुल्क में बाढ़ के कारण हुई तबाही पर अफसोस जताया था और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा था, "पाकिस्तान में बाढ़ की तबाही को देखकर अफसोस हुआ. हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और वहां शीघ्र ही सामान्य स्थिति की बहाली की कामना करते हैं."
पाकिस्तान में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या को 1,000 के पार पहुंच गई थी, वहीं आर्थिक संकट से जूझ रही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की अपील के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता पहुंचने लगी है. बाढ़ की विभीषिका का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 3.3 करोड़ लोगों को यानी देश की कुल आबादी के करीब सातवें हिस्सा को विस्थापित होना पड़ा है. पाकिस्तानी जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इसे 'दशक का सबसे भयावह मानसून' कहा, वहीं वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि बाढ़ के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान हुआ है.
प्राकृतिक आपदाओं से निपटने वाले मुख्य राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोमवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ के कारण कम से कम 1,061 लोग मारे गए हैं जबकि 1,575 लोग घायल हुए हैं. प्राधिकरण ने कहा कि करीब 9,92,871 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लाखों लोग भोजन व स्वच्छ पेयजल आदि से वंचित हो गए हैं. इसके साथ ही करीब 7.19 लाख पशु भी मारे गए हैं और लाखों एकड़ उपजाऊ भूमि लगातार बारिश से जलमग्न हैं. एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हजारों गांव देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं और नदियों के उफनने से सड़कें और पुल तबाह हो गए हैं.