अमेरिकी सेना ने एक वीडियो फुटेज जारी की, जो उसके मुताबिक काला सागर के ऊपर रूसी लड़ाकू विमानों और अमेरिकी ड्रोन के बीच मुठभेड़ की है. विवरण और कारण भले विवादित हों, लेकिन लगता यही है कि 14 मार्च, 2023 को एक अमेरिकी ड्रोन, रूसी विमान के साथ टकराने के बाद काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हालांकि, इसे घटनाक्रम को लेकर अमेरिका जानकारी जुटा रहा है. इसी क्रम में घटनाक्रम को लेकर अमेरिकी प्रतिक्रिया के अनुसार, निशस्त्र एमक्यू-9 निगरानी ड्रोन अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहा था, जब दो रूसी लड़ाकू जेट विमानों ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए ड्रोन को मार गिराया.
यूएस यूरोपियन कमांड द्वारा ट्विटर पर पोस्ट किए गए फुटेज में रूसी जेट को अमेरिकी वायु सेना एमक्यू-9 मानव रहित ड्रोन के पीछे की ओर आते हुए दिखाया गया है, जो इसके ऊपर से गुजरते ही ईंधन छोड़ना शुरू कर देता है. रूसी जेट के गुजरते ही वीडियो प्रसारण अचानक बंद हो जाता है. ड्रोन के प्रोपेलर को अक्षुण्ण देखा जा सकता है, और रूसी जेट फिर दूसरा प्रयास करता है. यह इस पर फिर से ईंधन छोड़ता है, जबकि इस बार और भी करीब से गुजरता है. दूसरे चालाकी भरे प्रयास के बाद एक प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त देखा जा सकता है.
अमेरिकी सेना ने रूसी लड़ाकू विमानों की इस हरकत को "लापरवाह" बताते हुए कहा कि रूसी लड़ाकू जेट ने मंगलवार को अमेरिकी ड्रोन पर ईंधन डाला था और फिर उससे टकरा गया था, जिससे ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अमेरिकी सेना ने कहा कि "टक्कर से पहले कई बार, Su-27s ने ईंधन फेंका और MQ-9 के सामने लापरवाही और अव्यवसायिक तरीके से उड़ान भरी."
हालांकि, मॉस्को ने ड्रोन के दुर्घटनाग्रस्त होने में उसके विमानों की गलती होने से इनकार किया, जिसके बारे में पेंटागन ने कहा कि वह एक नियमित ISR (खुफिया, निगरानी, टोही) मिशन पर था।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, "तीव्र युद्धाभ्यास के परिणामस्वरूप... एमक्यू-9 मानव रहित हवाई वाहन अनियंत्रित हो गया, जिसके कारण पानी की सतह से टकरा गया." साथ ही उन्होंने कहा कि रूसी लड़ाकू विमानों की टक्कर अमेरिकी ड्रोन से नहीं हुई और न ही उन्होंने अपने हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया.